भाजपा – शिवसेना के बाद अब मवीआ में भी उठने लगी शरद पवार के नेतृत्व पर उंगली
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने साधा पवार पर निशाना, कहा पुत्री मोह के चलते अपनों की नाराजगी का शिकार हुए
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – रविवार की दोपहर तब बड़ा हंगामा मच गया ज़ब राकांपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने शरद पवार का साथ छोड़ते हुए पार्टी जे कई विधायकों के साथ मिलकर बगावत कर दी और शिंदे – फडणवीस सरकार में शामिल हो गये। कुछ दिन पहलें अपने किताब के विमोचन कार्यक्रम में खुद शरद पवार ने कहा था कि उद्धव ठाकरे एक कमजोर नेता हैं जो पार्टी के बागी नेताओं को पहचानने में असफल रहे। उद्धव ठाकरे के बारे में शरद पवार ने अपनी किताब में बकायादा एक लम्बा लेख भी लिखा था, लेकिन अब वे खुद उन्हीं हालातों के शिकाऱ हो गये हैं। जिसके चलते अब उनपर भी उंगली उठाने से कोई चूक नहीं रहा है। अब महाविकास आघाड़ी में राकांपा की सहयोगी रही को गरे पार्टी ने भी शरद पवार के राजनीतीक कौशल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि शायद शरद पवार के पार्टी संचालन में कुछ गलतियां रही हैं, इसी के चलते पार्टी में इतनी बड़ी फूट पड़ी है।
इतना ही नहीं पृथ्वीराज चव्हाण ने शरद पवार पर पुत्री मोह का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शायद बेटी को आगे लाने के चक्कर ने पवार साहब ने कुछ बड़े नेताओं को साइडलाइन कर दिया। पृथ्वीराज चव्हाण की बात ठीक वैसी ही है जैसी अजित पवार हमेश करते रहे हैं। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हो सकता है पार्टी संचालन में शरद पवार की कुछ गलतियां हों, शायद वह बेटी को आगे बढ़ाना चाहते थे इसलिए उन लोगों को दुऱ कर दिया। परिवार के भीतर विवाद का असर अब राज्य की राजनीती पर दिख रहा है।
भतीजे की बगावत के चलते शरद पवार शायद अब तक के सबसे बड़े शंकट से जूझ रहे हैं। यह भी साफ दिखाई दे रहा है कि वे अब कमजोर पड़ते भी नजर आ रहे हैं। इस बीच उन्होंने आज दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक भी की है।