उद्धव गुट का बड़ा बयान, शिंदे गुट के कई विधायक वापस आने को तैयार
पश्चिम महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा के विधायक मातोश्री के सम्पर्क में
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : शिंदे-फडणवीस सरकार में अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाकर राकांपा के 8 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने से शिंदे गुट में नाराजगी की चर्चा है। सरकार में राकांपा के शामिल होने से शिंदे गुट के उन विधायकों के मंसूबों पर पानी फिर गया है जो आगामी कैबिनेट विस्तार में मौका मिलने का सपना देख रहे थे। इस पृष्ठभूमि में शिवसेना (युबीटी) सांसद विनायक राऊत ने दावा किया है कि अब शिंदे गुट के विधायकों का एक समूह फिर से उद्धव ठाकरे के साथ आने पर चर्चा कर रहा है। वह गुरुवार को मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे।
इस दौरान संजय राउत ने कहा कि जिस दिन अजित पवार और उनकी कंपनी सत्ता में शामिल हुईं, उसी दिन शिंदे गुट के विधायकों ने बगावती रुख अपनाना शुरू कर दिया है। विधायकों के इस आक्रोश को रोकने में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पूरी तरह से असफल हो रहे हैं। उनकी हालत दयनीय हो गयी है, कई विधायक कह रहे हैं, हम जिस घर में थे, वहीं ठीक है। एक मंत्री ने बयान दिया कि अगर मातोश्री हमारी मदद करेगा तो हम उसे सकारात्मक जवाब जरूर देंगे। पश्चिम महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा से विधायकों के संदेश आ रहे हैं। इन जिलों के विधायकों के बीच चर्चा है कि हम जहां थे वहीं बेहतर थे। विनायक राउत ने कहा कि हमें पता चला है कि संबंधित विधायकों के बीच इस बात पर चर्चा चल रही है कि क्या मातोश्री से माफी मांगकर वापस आने का रास्ता साफ हो सकेगा।