भाजपा का टेस्ट ट्यूब बेबी प्रयोग है शिंदे गुट की शिवसेना। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में भाजपा और विधानसभा स्पीकर पर बड़ा हमला
विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिंदे गुट को बताया असली शिवसेना, शिवसेना (यूबीटी) अब स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में देगी चुनौती
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 16 शिवसेना विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराए जाने पर उद्धव ठाकरे ने मुखपत्र सामना के जरिये तीखा हमला बोला है। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में शिंदे गुट का जन्म भाजपा के टेस्ट ट्यूब बेबी प्रयोग से होने का कटाक्ष किया गया है। यह कटाक्ष शिंदे गुट के साथ भाजपा पर है। विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था अयोग्यता के मामले में एक भी विधायक अयोग्य नहीं हुआ। अगर शिंदे गुट असली शिवसेना हैं तो उन्हें या हमारे गुट को अयोग्य क्यों नहीं किया? पार्टी के नेता संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी ने तीखा हमला बोला था। स्पीकर के फैसले को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोकतंत्र और सत्य की जीत बताया है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि शिंदे सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फैसले पर सामना में जाे संपादकीय छपा है उसमें पूरे फैसले को गलत करार दिया गया है। इसमें जहां शिंदे गुट के बनने की तुलना टेस्ट ट्यूब बेबी से की गई है और लिखा है कि ऐसा भाजपा के चलते हुआ। यह भाजपा का टेस्ट ट्यूब बेबी प्रयोग है। संपादकीय में महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा गया है कि भाजपा के विधायक राहुल नार्वेकर जिन्होंने खुद पिछले 5 सालों में चार पार्टियों की यात्रा की है। उन्होंने चुनाव आयोग के दोषपूर्ण आदेश का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी टेस्ट ट्यूब बेबी ही असली शिवसेना है। शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने सामना अखबार की शुरुआत की अब इसकी कमान उद्धव गुट के नेता संजय राउत के हाथों में है।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को अपने फैसले में कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। उद्धव गुट को इस टिप्पणी से बड़ा झटका लगा है। लोकसभा चुनावों से पहले आए फैसले के बाद शिंदे गुट जहां मजबूती से खुद के असली शिवसेना होने का दावा करेगा तो वहीं उद्धव गुट को इस मुद्दे पर अब सुप्रीम कोर्ट का रुख करना पड़ेगा। चुनाव आयोग ने पहले ही पार्टी और सिंबल शिंदे को दे दिया था अब नार्वेकर ने उद्धव ठाकरे द्वारा नियुक्त किए सुनील प्रभु को व्हिप नहीं माना है। उन्होंने शिंदे गुट द्वारा बनाए गए व्हिप को ही सही ठहराया है। यह शिवसेना उद्धव गुट के बड़ा झटका है। हालांकि अपने फैसले में नार्वेकर ने शिंदे और उद्धव गुट के किसी भी विधायक को अयोग्य नहीं ठहराया है।