हमारे लाये गये पेंगुइन और उनके लाये गये चीतो ko देख लें, हमारे पेंगुइन की वजह से मनपा का मुनाफा – आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे का परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री पर निशाना। मुख्यमंत्री शिंदे पर तंज कसते हुए कहा उन्हें अपनी और अपने बेटे की गिरफ़्तारी का डर था, इसलिए की बगावत
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने भारत में विदेश से लाये गये चीतों का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए पूछा है कि हमारे पेंगुइन लाने के कारण मुंबई महानगर पालिका को 50 करोड़ की आय हुई, लेकिन उनके चीतो का क्या हुआ? उन्होंने कहा पेंगुइन की स्थिति को देखें और चीतों को भी देखें।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि छह साल पहले हम पेंगुइन को मुंबई लाए थे। जब किसी भी जानवर को दुनिया भर से आयात करना होता है तो काफी पेपरवर्क आदि करना पड़ता है। उन कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही उन्हें भारत लाया गया। आज पेंगुइन के कारण ही मुंबई के चिड़ियाघर फायदे में चल रहे हैं। चिड़ियाघर में प्रतिदिन 30 हजार लोग आते हैं। अब पेंगुइन की स्थिति देखें और चीतों को देखें। हमारे पेंगुइन ने मुंबई महानगर पालिका के लिए 50 करोड़ की आय अर्जित की है। लेकिन जो लोग हमें छोड़ कर भागे वे अपने लिए 50 खोखे ले गए, एक निजी कार्यक्रम के दौरान आदित्य ठाकरे ने उक्त आलोचना की। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि मैं पेंगुइन की तरह चलता हूं, या देखो सरकार में पेंगुइन की तरह कौन चलता है। लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि पार्टी मुझे जो चुनाव देगी, मैं लड़ूंगा। मैं हर कार्यकर्ता का सम्मान करता हूं इसलिए पार्टी जो जिम्मेदारी देगी वह मुझे स्वीकार्य होगा।
उनसे साल भर पहलें एकनाथ शिंदे द्वारा किये गये विद्रोह की जानकारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे से स्पष्ट रूप से पूछा था कि क्या वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं? इसके बावजूद उद्धव ठाकरे के अस्पताल में रहते हुए ही एकनाथ शिंदे ने बगावत की तैयारी शुरू कर दी। इंसान के दिल में कितना पाप छुपा हो सकता है, जो ऐसे व्यक्ति की बीमारी का फायदा उठाकर अपना करियर बनाते हैं जिसने उन्हें बनाया है। पूछने पर वे रोने लगे और कहा कि वे हमें जेल में डाल देंगे, यह जेल जाने की उम्र नहीं है, वे मेरे बेटे क़ो भी जेल में डाल देंगे। यह कहकर वे हमारी पार्टी छोड़कर भाग गये क्योंकि वे डर गये थे। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि जो लोग बहादुर और ईमानदार थे, वे आज भी पार्टी के साथ सीना ठोंककर खड़े हैं।