राज्य सरकार की धीमी न्याय प्रक्रिया से परेशान शख्स ने काटी अपनी ऊँगली
कहा जब तक न्याय नहीं मिलेगा हर सप्ताह शरीर का एक – एक अंग काटकर उपमुख्यमंत्री फडणवीस को भेंट करता रहूँगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
उल्हासनगर – उल्हासनगर में एक शख्स ने हाँथ की उंगली काटकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेज दी है। उक्त सख्श ने कहा कि जिस उंगली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट दिया, वही उंगली अब देवेंद्र फडणवीस को गिफ्ट के तौर पर दे रहा हूं। इस व्यक्ति के भाई और भाभी ने खुदकुशी कर ली थी, जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मृतक के भाई ने ये कदम उठाया।
उल्हासनगर के एक दंपति ने कथित तौर पर दबंगों से परेशान होकर 1 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। इसके एक दिन पहले उन्होंने एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें महाराष्ट्र के सतारा जिले के कुछ लोगों और एक वकील का नाम शामिल लिया था।
अब मृतक के भाई धनंजय ननावरे ने आत्महत्या की धीमी जाँच से परेशान होकर अपनी उंगली काटकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेज दी है। इस घटना का वीडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। धनंजय को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उंगली काटने वाले धनंजय ननावरे वीडियो में बोल रहे है कि करीब 20 दिन पहले मेरे भाई नंद कुमार ननावरे और मेरी भाभी उर्मिला ननावरे ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली, लेकिन अब तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमारे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते हमारा गांव में रहना मुश्किल कर दिया है। इस कांड में एक मंत्री मिला हुआ है, जो मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में हमें न्याय मिलेगा या नहीं?
उन्होंने आगे कहा कि मेरे भाई और भाभी ने वीडियो में स्पष्ट तौर हत्यारों का नाम लेते हुए बताया है कि किस प्रकार उन्हें परेशान किया गया। फिर भी सरकार ध्यान देने को तैयार नहीं है। बार बार क्राइम ब्रांच जाकर अधिकारियों से मिलने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन मुझे उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा।
धनंजय ने आगे चेतावनी देते हुए कहा है कि आज जो मैं कर रहा हूं, इसके लिए भी वहीं लोग जिम्मेदार होंगे, जब तक सरकार कार्रवाई नहीं करती, तब तक मैं ऐसे ही हर हफ्ते अपने शरीर का एक – एक अंग काटकर सरकार को भेजता रहूंगा।
नंद कुमार ननावरे अपने परिवार के साथ उल्हासनगर के अशेलेपाड़ा इलाके में रहते थे। पिछले कुछ सालों से वह अंबरनाथ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालाजी किनिकर के पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर काम करते थे। आत्महत्या के एक दिन पहले उन्होंने एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें सतारा के कुछ दबंग परेशान कर रहे है। इसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली।
वीडियो में उन्होंने यह भी बताया था कि सतारा जिले के संग्राम निखलजे, रंजीत सिंह नाइक निंबालकर, वकील ज्ञानेश्वर देशमुख और नितिन देशमुख से परेशान होकर सुसाइड कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस की जांच पर शक होने पर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया था।