केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी के चलते, शिंदे गुट के चार मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी तय
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का बड़ा बयान, इसी हफ्ते होगा कैबिनेट विस्तार। 17 जुलाई से राज्य विधानसभा का मानसून सत्र होगा शुरू
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा है कि इस सरकार के मानसून सत्र से पहले कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। चूंकि 17 जुलाई से राज्य विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होगा, इसलिए इसी सप्ताह कैबिनेट का विस्तार होने की संभावना है। इस कैबिनेट विस्तार में उनका नाम होगा या नहीं, इसे लेकर शिवसेना – भाजपा के विधायकों में उत्सुकता बनी हुई है।
उधर राकांपा के 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ले ली है तो अब उन्हें इंतजार है कि पालक मंत्री का पद उन्हें दिया जायेगा या नहीं। जानकारी है कि इस कैबिनेट में 14 मंत्री शामिल होंगे। चूंकि मौजूदा सरकार में तीन पार्टियां हैं, इसलिए शिवसेना और भाजपा के कुछ विधायकों को कैबिनेट से छुट्टी मिल सकती है, इसलिए शायद विस्तार में देरी हो रही है।
विश्वस्त सूत्रों ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के चार से पांच विधायकों को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। ऐसी भी जानकारी मिल रही है कि केंद्र के नेता मराठवाड़ा में मंत्रियों के कामकाज से नाराज हैं। कैबिनेट विस्तार के दौरान इन नेताओं को मन्त्रीमंडल से बाहर किया जायेगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने बढ़ती समस्याओं के चलते ही महाराष्ट्र में कैबिनेट का विस्तार आगे सरकता नजर आ रहा है। एकनाथ शिंदे के साथ गये 40 विधायकों के बीच मंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है, कुछ विधायकों के उद्धव ठाकरे के संपर्क में होने से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
राकांपा के सरकार में शामिल होने से पहले शिंदे विधायकों के 12 से 13 मंत्रालयों और निगमों से मिलने की संभावना थी। हालाँकि अब विधायकों को यह महसूस हो रहा है कि अब इसकी भी संभावना कम है। इसके चलते एकनाथ शिंदे को अपने गुट में काफी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर राकांपा के नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ लिए हुए एक सप्ताह बीत चुका है,लेकिन अभी तक उन्हें भी विभाग नहीं दिया गया है। तो क्या अब मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री अपनी पार्टी के विधायकों को समझाने में सफल हो पाते हैं? यह महाराष्ट्र की जनता को इस सप्ताह पता चल जायेगा।
कैबिनेट विस्तार पर टिप्पणी करते हुए उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की स्थिति बेहद चिंताजनक है। अजित पवार के साथ आठ मंत्रियों ने शपथ ली, हालांकि अभी तक उनके विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। दरअसल शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर विभाग बांटने की परंपरा है। अजित पवार, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे जैसे दिग्गज आठ दिनों से बिना विभाग के मंत्री बनकर बैठे हैं। इसके चलते विपक्ष उन्हें गैर-जवाबदेह मंत्री करार दे रहा है। हालांकि अगर शिवसेना के मौजूदा चार मंत्रियों को मन्त्रीमंडल से बाहर किया जाता है तो शिंदे गुट में इसका क्या असर होगा और एकनाथ शिंदे आगे क्या भूमिका निभाएंगे, यह देखना अहम होगा।