कर्नाटक में चैप्टर हटा तो महाराष्ट्र में अध्याय शुरू, उपमुख्यमंत्री ने साधा कांग्रेस के जरिये उद्धव ठाकरे पर निशाना। कहा गठबंधन केवल सत्ता सुख के लिए किया गया
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कर्नाटक में स्कूल पाठ्यक्रम से सावरकर और हेगड़ेवार को हटाने के लिए कांग्रेस पर चुप रहने के लिए पूर्व सहयोगी शिवसेना युबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लिया। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को केवल सत्ता में रहने के लिए अपनी विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि आप किसी का नाम किसी किताब से मिटा सकते हैं, लेकिन उसे दिल से कैसे मिटा सकते हैं। आप उन लोगों के नाम नहीं मिटा सकते, जिन्होंने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। लेकिन मैं उद्धव ठाकरे से पूछता हूँ, जो महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर बैठे हैं, अब आपकी क्या प्रतिक्रिया है।
उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए फडणवीस ने यह भी कहा कि क्या आप स्वीकार करते हैं जिस तरह अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण केवल सत्ता के लिए हो रहा है। क्या आप यह वीर सावरकर का अपमान स्वीकार करेंगे? या केवल कुर्सी के लिए समझौता करेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा यह सवाल उद्धव ठाकरे से है, अब आप मुझे ठीक ठीक बताएं कि आपकी क्या प्रतिक्रिया है। आप जिनकी गोद में बैठे हैं, अगर वे स्वतंत्रता सैननी वीर सावरकर का नाम मिटाने जा रहे हैं, धर्मान्तरण का पूरा समर्थन करने जा रहे हैं. आप क्या कहेँगे? क्या अब इस पर आपकी सटीक राय है, क्या यह समझौता सत्ता के लिए किया गया था?
ज्ञात हो कि कर्नाटक में सिद्धाऱमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट प्रस्ताव में राज्य की कक्षा 6 से 10 तक की कन्नड़ और सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में संसोधन को मंजूरी दे दी है। इस शैक्षणिक वर्ष के लिए आरएसएस के संस्थापक के. बी. हेगड़ेवार और हिंदुत्व विचारक वीर दामोदर सावरकर सहित अन्य अध्यायों को हटा दिया है। इसके अलावा समाज सुधारक और शिक्षिका सावित्रीबाई फुले, इंदिरा गाँधी को जवाहरलाल नेहरू के पत्रों और भीमराव अम्बेडकर पर कविता पर अध्याय जोड़ने और पिछली भाजपा सरकार द्वारा लाये गये परिवर्तनों को दुऱ करने पर भी सहमति व्यक्त की है। संशोधन के दौरान क्या जोड़ा और क्या हटाया गया इस सवाल का जवाब देते हुए प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री कुमार बंगारप्पा ने कहा कि हमने केवल वहीं बहाल किया है, जो पिछली भाजपा सरकार द्वारा किये गये परिवर्तनों से पहले था। हमने उनके द्वारा किये गये परिवर्तनों को हटा दिया है।