एक विज्ञापन या कोई बयान इस गठबंधन को हिला नहीं सकता। भाजपा और शिवसेना का गठबंधन 25 सालों से है और आगे भी मजबूती से चलता रहेगा – देवेंद्र फडणवीस
विज्ञापन विवाद के दो दिन बाद शिंदे – फडणवीस ने साझा किया मंच। दोनों नेताओं ने एक दूसरे की तारीफ के बांधे पुल
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अधिक लोकप्रिय बताने वाले विज्ञापन पर राज्य के सत्तारूढ़ घटक दलों में वाकयुद्ध के बीच भाजपा नेता ने गुरुवार को यह कहते हुए इस विवाद को तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया कि एक विज्ञापन सरकार को कमजोर नहीं कर सकता। मंगलवार को राज्य के बड़े – बड़े अख़बारों में पुरे पन्ने पर विज्ञापन छपने के बाद सत्तारूढ़ भाजपा और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना गुट के बीच राजनितिक खिंचतान शुरू हो गई थी।
इस विज्ञापन में एक सर्वें का हवाला देकर बताया गया था कि लोकप्रियता के मामले में एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस से आगे हैं। इस विज्ञापन में शिवसेना के दिवंगत संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और फडणवीस की फोटो नहीं लगायी गई थी। इस विज्ञापन के चलते पैदा हुए विवाद की वजह से दो दिनों तक किसी सरकारी कार्यक्रम में साथ नहीं आने के बाद गुरुवार को एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने पालघर में आयोजित एक कार्यक्रम में मंच साझा किया। दोनों नेता एक ही हेलीकाप्टर से पालघर पहुंचे थे। शासन आपल्या दारी कार्यक्रम में शामिल होते हुए फडणवीस ने कहा कि भाजपा – शिवसेना गठबंधन सरकार मजबूत है। एक विज्ञापन या बयान इसे कमजोर नहीं कर सकता, सरकार के लिए कोई भी समस्या खड़ा नहीं कर सकता।
फडणवीस ने यह भी कहा कि भाजपा – शिवसेना का गठबंधन 25 सालों से है और आगे भी रहेगा। शिंदे ने फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि वे मजबूत संबंध बना कर चलते हैं और यह गठबंधन किसी निहित स्वार्थ के लिए नहीं बनाया गया है। उन्होंने पिछली मवीआ सरकार और उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार के दौरान राज्य के विकास का पहिया थम गया था, हमारी सरकार ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की रह में आने वाली सभी बधाओं को दुऱ करने का काम किया।
मुख्यमंत्री के बेटे और कल्याण लोकसभा के सांसद श्रीकांत शिंदे के खिलाफ हाल ही में तीखा बयान दे चुके राज्य के मंत्री और भाजपा नेता रविंद्र चव्हाण भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। मंगलवार को राष्ट्र में मोदी राज्य में शिंदे के स्लोगन के साथ छपे विज्ञापन के बाद विपक्ष दावा करने लगा कि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और भाजपा के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।