सरस्वती हत्याकांड में पुलिस का नया खुलासा, डेटिंग ऍप पर भी सक्रिय था हत्यारा मनोज साने
अपनी कथित पत्नी सरस्वती का फोन भी वहीं यूज़ कर रहा था। कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस मनोज के कॉन्टेक्ट्स खंगालने में जुटी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मीरा रोड में सरस्वती वैद्य की हत्या से पूरा देश स्तब्ध है। मनोज साने ने अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इन टुकड़ों को कुकर में पकाया, गैस पर भूना, मिक्सर में पीस कर कुत्तों तक को खिलाया। पड़ोसियों को बदबू आने लगी तो उन्होंने मनोज साने से इस बारे में पूछा, लेकिन वह टाल गया। उसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस जब घर में दाखिल हुई तो पूरा नजारा देख सन्न रह गई। घर में महिला के शरीर के कई टुकड़े थे। ये टुकड़े बर्तनों और बाल्टियों में भर कर रखे गये थे। इस मामले में मनोज को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जाँच में अब यह खुलासा हुआ है कि मनोज साने डेटिंग एप पर सक्रिय था। पुलिस ने यह भी कहा है कि सरस्वती का मोबाइल फोन भी मनोज ही इस्तेमाल कर रहा था।
साने ने कुछ साल पहले वसई के तुंगारेश्वर मंदिर में सरस्वती से गुपचुप तरीके से शादी की थी। दोनों के बीच उम्र का बड़ा अंतर थे। पुलिस मनोज साने के मोबाइल फोन डिटेल्स (सीडीआर) के आधार पर उसके संपर्कों के बारे में पूछताछ कर रही है। इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि सरस्वती का मोबाइल फोन भी मनोज साने ही इस्तेमाल किया करता था। पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि सरस्वती की बहन ने दो साल पहले आत्महत्या कर ली थी।
सरस्वती वैद्य के पार्थिव शरीर का सोमवार शाम रे रोड श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। सरस्वती की बहनों की पहचान करने के बाद पुलिस ने उसका शव उन्हें सौंप दिया। सरस्वती वैद्य का शव पुलिस को 7 जून को मीरा रोड स्थित मनोज साने के घर से मिला था। इस घटना का पता चलते ही उसकी तीन बहनों से संपर्क किया गया। जेजे अस्पताल में सरस्वती के शव का पोस्टमार्टम किया गया और शरीर के अंगों को एक साथ रखा गया। पुलिस ने सोमवार शाम कानूनी प्रक्रिया पूरी कर पार्थिव शरीर को बहनो के हवाले कर दिया। जेजे अस्पताल से शव मिलने के तुरंत बाद, उनकी बहन, कुछ रिश्तेदारों और पंचो की मौजूदगी में रे रोड श्मशान घाट में उसके शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।
सरस्वती के कथित पति मनोज साने ने उसकी हत्या करने के बाद शव को पेड़ काटने वाली आरी से टुकड़े-टुकड़े कर ठिकाने लगाने की कोशिश की और कुकर में पकाया और कुत्तों को खिलाया गया। पुलिस ने मनोज साने के घर से 13 अलग-अलग तरह के सबूत जुटाए हैं। इसमें कुकर, आरी, बाल्टी, पैन आदि शामिल हैं। संभावना जताई जा रही है कि हत्या से पहले सरस्वती को जहर दिया गया था और पुलिस इस संबंध में भी जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि मनोज साने भी गूगल पर हत्या के बाद शरीर को ठिकाने लगाने के संबंध में जानकारी हासिल कर रहा था।