देवेंद्र फडणवीस के कान का दर्द स्वाभाविक है, सरकार की जो स्थिति है उसके चलते जल्द ही यह सरकार हार्ट अटैक का शिकार होने वाली है – संजय राऊत
शिंदे गुट की एडवरटाइजिंग और फिर डैमेज कंट्रोल पर संजय राऊत का तंज। कहा यह स्पष्ट है कि इस सरकार में कोई आपसी तालमेल नहीं
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – पिछले दो दिनों से एक विज्ञापन ने महाराष्ट्र की राजनीतिक में भूचाल ला दिया है। एक विज्ञापन प्रकाशित किया गया था जिसमें दावा किया गया है कि एक सर्वेक्षण से पता चला है कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस से अधिक पसंद किया गया है। कई अखबारों में इस विज्ञापन के छपने के बाद राजनीतिक वाद – प्रतिवाद शुरू हो गया। हालांकि शिंदे गुट के मंत्री शंभूराज देसाई ने स्पष्ट किया है कि शिंदे गुट का इस विज्ञापन से कोई लेना-देना नहीं है। अब यह तर्क दिया जाने लगा है कि दोनों सत्तारूढ़ दलों के बीच कोई तालमेल नहीं है।
मंगलवार को विज्ञापन छपने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। इसके बाद बुधवार को शिंदे समूह द्वारा डैमेज कंट्रोल का विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। इसमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की भी तस्वीर है। इसके अलावा शिंदे गुट के सभी मंत्रियों के फोटो छपे हैं। वहीं, एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की फोटो है तो दूसरी तरफ बालासाहेब ठाकरे और आनंद दीघे की फोटो है। इस बीच इस विज्ञापन में इस बात का जिक्र किया गया है कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व को अलग-अलग मिले वोटों को बिना दिखाए एक साथ 29 फीसदी वोट मिलने का दावा किया गया है।
इस बीच जहां राजनीतिक हलका इस ऐड प्ले पर प्रतिक्रिया दे रहा है वहीं ठाकरे गुट के प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने इसकी कड़ी आलोचना की है | “जो बूंद से गई, वो हौद से नहीं आएगी। उनके मन में जो था वह कल स्पष्ट हो गया। कल यह स्पष्ट हो गया कि उनके पास बालासाहेब ठाकरे नहीं हैं, उनके पास आनंद दीघे नहीं हैं, उनके पास फडणवीस भी नहीं हैं। लेकिन चूंकि कल फडणवीस ने सफाई दी थी, इसलिए आज कम से कम विज्ञापन में तस्वीर बदली हुई दिख रही हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि वास्तव में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
संजय राऊत ने तंज कसते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस के कान के दर्द का कारण वास्तविक है। महाराष्ट्र में इस समय जो हवा चल रही है वह कान में चली जाए तो कान दुखने लगता है। इन 40 विधायकों की टीम ने 105 विधायकों वाली पार्टी की दयनीय स्थिति दर्शायी है। इसलिए आज कान में दर्द होगा, आगे बहुत सी जगहों पर दर्द देखने को मिलेगा। इसमें पेट दर्द हो सकता है, सीने में दर्द हो सकता है। इस सरकार को दिल का दौरा पड़ सकता है। ऐसे में अगर उनकी हालत ठीक नहीं है या वे परेशान हैं तो उनकी नाराजगी दशा समझनी चाहिए।
देवेंद्र फडणवीस के मंगलवार को कोल्हापुर दौरा रद्द करने से विवाद खड़ा हो गया। इस ऐड ड्रामा से फडणवीस खफा थे और इस वजह से कोल्हापुर का प्रस्तावित दौरा रद्द करने की बात चल रही थी। बताया गया कि देवेंद्र फडणवीस ने कान में दर्द की वजह से दौरा रद्द कर दिया. इसको लेकर संजय राउत ने तंज कसा है।