यह पद मेरे लोकसभा में अच्छे प्रदर्शन और मेरी काबिलियत के तौर पर दिया गया है। इसे वंशवाद और भाई – भतीजावाद से जोड़ना केवल राजनितिक प्रतिद्वन्दता दर्शाता है – सुप्रिया सुले

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यह पद मेरे लोकसभा में अच्छे प्रदर्शन और मेरी काबिलियत के तौर पर दिया गया है। इसे वंशवाद और भाई – भतीजावाद से जोड़ना केवल राजनितिक प्रतिद्वन्दता दर्शाता है – सुप्रिया सुले

भाजपा नेता अमित मालवीय के भाई – भतीजावाद वाले ट्वीट पर सुप्रिया सुले का करारा जवाब

योगेश पाण्डेय – संवाददाता

मुंबई – राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। इसे लेकर भाजपा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने तंज कसते हुए ट्वीट किया कि शरद पवार अपने भतीजे से उतना ही प्यार करते हैं, जितना ममता बनर्जी अपने भतीजे से। राकांपा कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने इस तरह के उठ रहे सवालों पर रविवार को जवाब देते हुए कहा कि मुझे शरद पवार और प्रतिभा पवार कि बेटी होने पर गर्व है। इसलिए वह परिवारवाद की राजनीती से अलग नहीं हो सकती।

उन्होंने कहा कि मैं भाई – भतीजावाद से दुऱ नहीं जा सकती, क्योंकि मैंने एक राजनितिक परिवार में जन्म लिया है। मुझे इससे दुऱ भागने की कोई जरुरत नहीं है और यह बात मैंने लोकसभा में भी स्पष्ट रूप से कहीं है। राकांपा की नवनिर्वाचित कार्यकारी अध्यक्ष ने इस दौरान सवाल भी उठाया कि ज़ब हम वंशवाद की राजनीती पर चर्चा कर सकते हैं तो हम सरकार के प्रदर्शन पर बात क्यों नहीं करते।

सुप्रिया सुले ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि आपको संसद के प्रदर्शन को देखना चाहिए। संसद मेरे पिता, चाचा या मेरी माँ द्वारा तो नहीं चलायी जा रही है। लोकसभा में प्रदर्शन के आंकड़े बताते हैं कि मैं टॉप पर हूँ। यह कोई वंशवाद की बात नहीं है, यह योग्यता पर निर्भर करता है। आप चुनिंदा तौर पर मेरे या किसी अन्य के खिलाफ भाई – भतीजावाद का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इस दौरान सुप्रिया सुले से अजित पवार की नाराजगी को लेकर सवाल पूछा गया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कौन कह रहा है कि वे पार्टी या परिवार से नाराज हैं? क्या किसी ने उनसे इस बारे में पूछा है? यह केवल राजनितिक बयान बाजी है, बेशक़ सच्चाई इससे अलग है।

वहीं दूसरी ओर पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने अजित पवार की नाराजगी पर बोलते हुए कहा कि सुले और पटेल की नियुक्ति से अजित पवार बिल्कुल भी नाराज नहीं हैं। शरद पवार ने कहा कि यह सुझाव खुद अजित पवार ने ही दिया था, तो उनके खुश या नाराज होने का कोई सवाल ही कहा उठता है।

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