भाजपा और शिंदे गुट में बढ़ी कड़वाहट
ठाणे और कल्याण लोकसभा सीट पर भाजपा ने दावा ठोंकते हुए कहा, यह भाजपा का गढ़ है। यहां किसी अन्य पार्टी का उम्मीदवार किसी कीमत पर नहीं जीतेगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – डोंबिवली में भाजपा के पदाधिकारी नंदू जोशी के खिलाफ बलात्कार का झूठा मुकदमा दर्ज कराने का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री के पुत्र एवं सांसद श्रीकांत शिंदे के खिलाफ ताल ठोकने वाले भाजपा नेताओं ने रविवार को ठाणे में आयोजित बैठक के दौरान आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए ठाणे व कल्याण लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी दर्शायी है। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों को लेकर जैसे ही नेताओं ने दावा किया कि ठाणे और कल्याण दोनों लोकसभा क्षेत्र उनके हैं और रहेंगे, बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर इस पर सहमति जताई।
मोदी सरकार के नौ साल में सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भाजपा ने रविवार को ठाणे लोकसभा क्षेत्र में एक रैली का आयोजन किया। इस सभा में ठाणे लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा पदाधिकारी, बूथ प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रमुख सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी उपस्थित रहे।
विधायक संजय केलकर ने दावा करते हुए कहा कि ठाणे, कल्याण और पालघर निर्वाचन क्षेत्र भाजपा के थे और रहेंगे। उपस्थित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर उनका समर्थन किया।
श्रीकांत शिंदे का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधते हुए विधायक संजय केलकर ने कहा कि कुछ लोग दिखावा कर रहे हैं कि हम नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का काम कर रहे हैं। लेकिन इस तरह के ओछे आरोप लगाने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लाई गई योजनाओं को लागू करने का काम करें। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के अलावा इन जिलों से किसी अन्य पार्टी का उम्मीदवार निर्वाचित नहीं हो सकता है।
ठाणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र जितना कठिन नहीं है, इसमें महान संगठनात्मक ताकत और वफादार पार्टी कार्यकर्ता हैं। इसलिए वे अपने विरोधियों को दिखाना चाहते हैं कि ठाणे जिला हमेशा भाजपा का रहा है, मंत्री रवींद्र चव्हाण ने याद दिलाया कि ठाणे जिला भाजपा का गढ़ रहा है।
रविंद्र चव्हाण ने कहा कि यहां हमारे अस्तित्व की लड़ाई है और भाजपा कार्यकर्ताओं को इस लड़ाई में कमजोर नहीं पड़ना चाहिए। उन्हें अपना संकल्प नहीं छोड़ना चाहिए। उन्हें बूथ में जाकर अपनी लड़ाई लड़नी चाहिए। इसके लिए हमें पार्टी पर बहुत गर्व होना चाहिए।