नायर अस्पताल के कर्मचारियों की एक जून को सांकेतिक भूख हड़ताल
अपनी विभिन्न मांगो और प्रश्नों का प्रशासन द्वारा उचित समाधान नहीं किये जाने के चलते कर्मचारियों में असंतोष
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : मुंबई महानगर पालिका के नायर अस्पताल और डेंटल कॉलेज के कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों, मांगों और कठिनाइयों के संबंध में डॉ. नीलम एंड्राडे व संबंधित अधिकारियों से चर्चा के दौरान लिए गए निर्णयों पर विचार नहीं किये जाने के चलते अस्पताल में नाराजगी के सुर उठने लगे हैं। कर्मचारियों में काफी असंतोष उत्पन्न हो गया है और अपनी मांगों को लेकर लिए गए निर्णयों को लागू करने के लिए महानगर पालिका मजदूर यूनियन के नेतृत्व में सभी संवर्गों के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने आगामी 1 जून 2023 सुबह से आकस्मिक अवकाश लेकर भूख हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इससे अस्पताल की व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है।
स्थापना में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 139 पदों में से करीब 51 पद रिक्त हैं। करीब 40 फीसदी पद खाली होने के बावजूद मरीज देखभाल के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को कार्यालय, स्थापना विभाग व पद के अलावा अन्य काम दिए जा रहे हैं। अधिकारियों ने ऐसे कर्मचारियों को उनके रैंक के अनुसार काम देने के आदेश दिए हैं। सफाई कर्मचारियों के सभी 26 पद भरे हुए हैं वहीं छात्रावास का काम एक ठेकेदार को दिया गया है। ठेकेदार की मदद के लिए प्रशासन सफाई कर्मचारियों को अन्य काम दे रहा है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पदों पर 12 संविदा कर्मचारियों की भर्ती की गयी है। हालांकि कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें उनके पद के काम के बदले अन्य काम दे दिया गया है।
डॉक्टरों, नर्सों और अन्य महिला कर्मचारियों के कॉमन रूम और शौचालय की सफाई के लिए अलग से महिला सफाई कर्मी की व्यवस्था करना आवश्यक है। लेकिन ये काम पुरुष सफाईकर्मी ही कर रहे हैं। लाड पागे समिति की नीति के अनुसार सफाई कर्मचारियों को शैक्षणिक योग्यता, जाति प्रमाण पत्र एवं जाति सत्यापन प्रमाण पत्र से छूट दी गई है। लेकिन असल में सफाईकर्मियों के पास जाकर सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। मुंबई मनपा आयुक्त, अतिरिक्त मनपा आयुक्त (पश्चिमी उपनगर), संयुक्त आयुक्त (सामान्य प्रशासन), उपायुक्त (जन स्वास्थ्य) को भी इस मामले में पत्र भेजकर अवगत कराया गया है।
म्युनिसिपल मजदूर यूनियन नायर अस्पताल एवं डेंटल कॉलेज के कर्मचारियों के प्रश्नों, मांगों एवं समस्याओं के संबंध में डॉ. नीलम एंड्रेड और संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद निर्णय लिया गया है। लेकिन प्रशासन इस फैसले को लागू करने को तैयार नहीं है। मजदूरों की मांगों पर ध्यान दिलाने के लिए 24 अप्रैल से 2 मई 2023 तक दोपहर 12.30 बजे से 1 बजे तक लंच टाइम में मांग सप्ताह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मांगों पर चर्चा कर सकारात्मक निर्णय लिया गया। महानगर पालिका के सहायक महासचिव प्रदीप नारकर ने बताया कि इस निर्णय पर अमल नहीं होने के कारण कर्मचारी एक जून 2023 को सुबह की शिफ्ट से अस्थाई अवकाश लेकर प्रशासक के कार्यालय के समक्ष सांकेतिक भूख हड़ताल करेंगे।