रेप के मामलों में मुंबई नंबर वन दूसरे क्रमांक पर पुणे और तीसरे पर नागपुर
राज्य महिला आयोग का दावा पिछलें 4 महीनों में मुंबई में 325 और पुणे में 89 मामले दर्ज
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा के मामलों में एक बार फिर इजाफा हुआ है और मुंबई इस मामले में सबसे ऊपर है। पुणे दूसरे स्थान पर है, जबकि नागपुर तीसरे स्थान पर है। पुलिस क्राइम रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले चार महीनों में मुंबई में रेप के सबसे ज्यादा 325 मामले दर्ज किए गए, जबकि पुणे में 89 मामले दर्ज किए गए।
जनवरी से अप्रैल तक चार महीनों में मुंबई में रेप के 325 मामले दर्ज किए गए। यहां मार्च माह में सबसे अधिक 90 अपराध हुए हैं। जनवरी – 78, फरवरी – 60 और अप्रैल माह में 79 मामले दर्ज किए गए। पुणे शहर में रेप के 89 मामले हुए। जनवरी में सबसे ज्यादा 28 रेप हुए। फरवरी – 24, मार्च -13 और अप्रैल में 24 घटनाएं हुईं। नागपुर में पिछले साढ़े चार महीने में रेप के 85 मामले दर्ज किए गए। रेप की सबसे ज्यादा 26 घटनाएं अप्रैल महीने में हुईं। फरवरी में सबसे कम 14 रेप दर्ज किए गए। इसके बाद नासिक और औरंगाबाद है।
आरोपियों में ज्यादातर प्रेमी और रिश्तेदार शामिल हैं। अक्सर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं। शादी से इंकार करने पर रेप की शिकायत दर्ज की जाती है। अक्सर करीबी रिश्तेदार ही महिलाओं के साथ सहमति से शारीरिक संबंध बनाते हैं। रेप की सूचना रिश्ता टूटने के बाद या परिवार के नोटिस के बाद दी जाती है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य आभा पाण्डेय ने बताया कि महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से एक विशेष समिति गठित करने का अनुरोध किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक को भी घटनाओं पर नियंत्रण के निर्देश दिए गए हैं। जूनियर पुलिस अधिकारी रेप जैसी घटनाओं की ठीक से जांच नहीं करते हैं, यह सजा दर में वृद्धि नहीं करता है इसलिए पुलिस को इस बारे में गंभीर होना चाहिए।