मुंबई कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, बाबा सिद्दीकी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा
अजित पवार गुट में जाने की अटकलें। ट्वीट कर कहा कांग्रेस में 48 सालों की यात्रा समाप्त, मेरा साथ देने वालों का आभारी रहूंगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है,सिद्दीकी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी कि सिद्दीकी कांग्रेस छोड़ देंगे,उनके अजित पवार की पार्टी राकांपा में जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। आखिरकार सिद्दीकी ने पार्टी छोड़ दी है। अभी पिछले महीने ही पूर्व सांसद मिलिंद देवर कांग्रेस छोड़कर शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हुए थे और अब बाबा सिद्दीकी के रूप में कांग्रेस को एक और झटका लगा है।
कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी राजनितिक यात्रा के समाप्ति की जानकारी बाबा सिद्दीकी ने एक्स पर पोस्ट की। जिसमें कहा गया है कि मैं अपनी युवावस्था में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह लगभग 48 वर्षों की लंबी और महत्वपूर्ण यात्रा थी। लेकिन आज मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं बहुत कुछ व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन कुछ चीजें चुप रहने में ही बेहतर होती हैं। सिद्दीकी ने पोस्ट में कहा, मैं मेरी यात्रा में भाग लेने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं।
मुंबई में अजित पवार गुट के पास ज्यादा ताकत नहीं है। पार्टी में फूट के बाद पूर्व मंत्री नवाब मलिक खुलकर किसी गुट में शामिल नहीं हुए हैं। अजित पवार को मुंबई में एक मुस्लिम चेहरे की जरूरत थी, ऐसे में संभावना है कि बाबा सिद्दीकी अजित पवार के गुट में शामिल होंगे। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी वर्तमान विधायक हैं, चर्चा थी कि जीशान अजित पवार गुट में शामिल होंगे, लेकिन जीशान ने कहा कि ये सच नहीं है। अजित पवार ने मुश्किल वक्त में हमारा साथ दिया उनके साथ हमारे मधुर संबंध हैं।
चर्चा है कि बाबा सिद्दीकी राकांपा अजित पवार गुट में शामिल होंगे, हालांकि बाबा सिद्दीकी ने अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। सिद्दीकी बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक हैं। वह पहली बार 1999 में विधानसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने 2004 और 2009 में जीत हासिल की। वह 2004 से 2008 तक राज्य मंत्री रहे। विधायक बनने से पहले वह दो बार पार्षद रहे थे। वह पहली बार 1992 में मुंबई महानगर पालिका के लिए चुने गए और 1997 में भी उन्होंने मनपा चुनाव जीता था।