राज्य के छह मंत्रियों को दिल्ली की राजनीती में सक्रिय करने की तैयारी में भाजपा
चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, अतुल सावे, सुधीर मुनगंटीवार, रवींद्र चव्हाण और राधाकृष्ण विखे-पाटील को लोकसभा भेजने की तैयारी। विनोद तावड़े को राज्यसभा का टिकट
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य के छह मंत्रियों को लोकसभा चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। यदि राज्य के इन वरिष्ठ नेताओं को उम्मीदवार बनाया जाता है, तो उस निर्वाचन क्षेत्र को जीतना आसान होगा और इन नेताओं को राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करने का मौका भी मिलेगा। राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को राज्यसभा के लिए मनोनीत किये जाने की संभावना है।
पुणे से उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, जलगांव से गिरीश महाजन, छत्रपति संभाजीनगर से अतुल सावे, चंद्रपुर से सुधीर मुनगंटीवार, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से रवींद्र चव्हाण, नगर से राधाकृष्ण विखे-पाटिल के नाम पर विचार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है और संभावना है कि अब उन्हें रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग या मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ने का विकल्प दिया जाएगा।
पिछले डेढ़ साल में कुछ राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चौंकाने वाली रणनीति अपनाते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरों को भी मौका दिया है। उसी तर्ज पर अब प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली की राजनीति में भेजा जाएगा। राज्यसभा की कुछ सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है और भाजपा के नारायण राणे, प्रकाश जावड़ेकर और मुरलीधरन का कार्यकाल खत्म हो रहा है, इन तीनों को दोबारा मौका नहीं मिलेगा। राणे को लोकसभा के लिए नामांकित करने की योजना है, जबकि विनोद तावड़े को पार्टी ने विभिन्न संगठनात्मक जिम्मेदारियां सौंपी हैं। ऐसी चर्चा है कि उन्हें उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जाएगा जो भाजपा के लिए सुरक्षित है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्हें किसी एक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार में व्यस्त करने के बजाय संगठनात्मक तरीके से उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया जाना चाहिए।