टोल बढ़ोत्तरी क़ो लेकर राजनीती गरमायी, मनसे अध्यक्ष हुए आक्रामक
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी दलों के नेताओं का वीडियो चलाकर राज ठाकरे ने साधा निशाना, कहा टोल कई राजनितिक दलो की आजीविका का स्रोत
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – 1 अक्टूबर से मुंबई के सभी छोर पर स्थित टोल प्लाजा पर टोल बढ़ोतरी के बाद एक बार फिर टोल की राजनीती गर्मा गयी है। टोल बढ़ोतरी के विरोध में मनसे नेता अविनाश जाधव अनशन पर बैठ गए, इसके बाद रविवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने जाधव से मुलाकात की और अनशन वापस लेने की अपील की। लेकिन अब राज ठाकरे टोल मुद्दे को लेकर आक्रामक हो गए हैं और राज ठाकरे ने सोमवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी पार्टियों के नेताओं की जमकर आलोचना की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज ठाकरे ने बभाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे द्वारा टोल पर किए गए वादों के पुराने वीडियो दिखाए। साथ ही टोल माफी को लेकर देवेन्द्र फड़णवीस के बयान का वीडियो दिखाया गया। जिसमें रविवार क़ो पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया था कि हमने राज्य के सभी टोल बूथों पर चार पहिया वाहनों और अन्य छोटे वाहनों को टोल में छूट दी है। फड़णवीस ने कहा था कि केवल व्यावसायिक वाहनों से ही टोल लिया जा रहा है। फड़णवीस के इस बयान पर राज ने संज्ञान लेते हुए सवाल उठाया कि क्या यह सच है जो फड़णवीस क्या कह रहे हैं? यह पूरी तरह झूठ है।
इस बीच राज ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि टोल प्लाजा कई राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए आजीविका का साधन हैं। राज ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया है कि ये नेता टोल नहीं रोक सकते।