टोल बढ़ोत्तरी के खिलाफ मनसे के साथ अजित पवार गुट की राकांपा ने भी उठायी मांग
भूख हड़ताल पर बैठे मनसे कार्यकर्ताओं से मिले राज ठाकरे, कहा जल्द ही मुख्यमंत्री से करूँगा मुलाकात। अजित पवार गुट के प्रवक्ता ने कहा 04 की नंबर प्लेट वाले हल्के वाहनों को मिले छूट
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – टोल दरों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर मनसे पिछले कुछ दिनों से भूख हड़ताल पर है, रविवार सुबह मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भूख हड़ताल पर बैठे पदाधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें भूख हड़ताल खत्म करने को कहते हुए स्पष्ट किया कि वह अगले दो दिनों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाक़ात करेंगे। उसके बाद अब टोल मुद्दे पर राकांपा का अजित पवार गुट भी कूद पड़ा है। अजित पवार गुट के प्रवक्ता और ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने मांग की है कि महागंठबंधन सरकार को ठाणे में चार पहिया हल्के वाहनों को तत्काल टोल में छूट देनी चाहिए।
ईस्टर्न एक्सप्रेसवे पर ठाणे की ओर मुलुंड टोल प्लाजा स्थित है, 1 अक्टूबर से टोल बढ़ोतरी को लेकर मनसे कई तरह से विरोध प्रदर्शन कर रही है। पिछले चार दिनों से मनसे नेता अविनाश जाधव के मार्गदर्शन में टोल नाका के पास अनशन चल रहा है। रविवार को राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उन्हें भूख हड़ताल खत्म करने का निर्देश दिया, और उन्होंने राज्य सरकार क़ो भी आड़े हाथों लेते हुए जमकर आलोचना की। इसके बाद अब अजित पवार गुट ने भी टोल के मुद्दे पर सरकार के समक्ष अपनी मांग रखी है।
आनंद परांजपे ने मांग की है कि ठाणेकरों पर अनावश्यक टोल का बोझ डाला गया है। ठाणे की जनता को तत्काल राहत देने के लिए 04 नंबर प्लेट वाले हल्के वाहनों को टोल से मुक्त किया जाना चाहिए। आनंद परांजपे ने यह भी कहा कि एमएससीआरडीए के प्रमुख होने के नाते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को मुंबई, दहिसर, ऐरोली, वाशी, आनंदनगर, एलबीएस और मुलुंड टोल नाके के अधिकारियों के साथ बैठक कर टोल मुद्दे पर नीति तय करनी चाहिए और आगे का रास्ता साफ कर जनता को राहत देनी चाहिए।
ज़ब मनसे नेता अविनाश जाधव टोल मुद्दे पर भूख हड़ताल पर थे, तब मैंने कहा था कि कुछ नाटकीय करना, अधिकारीयों को बंधक बनाना, पब्लिसिटी स्टंट करना और अंतिम समय में आंदोलन को खत्म कर देना अविनाश जाधव की सामान्य आदत है। तब भी मैंने अविनाश जाधव से अनुरोध किया था कि यदि हम वास्तव में इससे बाहर निकलना चाहते हैं, तो यदि राज ठाकरे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिले तो इसका कुछ समाधान निकाला जा सकता है। टोल समझौता एमईपीएल के साथ 2010 से 2026 तक के लिए है, हर तीन साल में 1 अक्टूबर को टोल में 5 रुपये की बढ़ोतरी की जाती है। आखिरी बार 1 अक्टूबर 2020 को टोल में 5 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी, टोल बढ़ोतरी का ये सिलसिला 2010 से चल रहा है।