गोरेगांव की ईमारत में तड़के लगी आग, 7 की मौत अन्य लगभग 30 की हालत नाजुक
पार्किंग में रखी चिन्दी से फैली आग, दुपहिया और कार मिलाकर कुल 30 गाड़ियां जलकर खाक। बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मुंबई के गोरेगांव परिसर में स्थित पांच मंजिला इमारत समर्थ सृष्टि में शुक्रवार सुबह तड़के अचानक आग लग गई। इस आग में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से 30 निवासियों की हालत गंभीर बनी हुईं है। इन सभी का फिलहाल कूपर अस्पताल और एचबीटी ट्रॉमा केयर सेंटर में इलाज चल रहा है। आग रात तकरीबन 2.30 से 3 बजे के बीच लगी, इस समय इमारत के अधिकांश निवासी गहरी नींद में सो रहे थे, इसलिए तीसरी मंजिल तक आग फैलने के बावजूद किसी क़ो पता नहीं चला। आख़िरकार कुछ निवासी विस्फोट जैसी आवाज़ सुनकर जाग गए और उन्होंने तुरंत दूसरों को सतर्क कर दिया। इसके बाद बिल्डिंग में रहने वाले लोगों में जान बचाने की होड़ मच गई।
फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुंचने तक इमारत में रहने वाले लोग किसी भी तरह जन बचाने की जद्दोंजेहद में लगे हुए थे। इनमें से एक चश्मदीद ने बताया कि आग की लपटें फैलने पर निवासीयों ने अपनी जान की बाजी लगाकर अपने छोटे बेटे और उपरिवार को बचाया। उन्होंने मीडिया को बताया कि जब हम सो रहे थे तो आसपास के लोगों ने दरवाजा खटखटाया और बताया कि बिल्डिंग में आग लग गई है। हम तुरंत बाहर आ गये, हालांकि आग के धुएं के कारण वहां सांस लेना मुश्किल हो रहा था। इसलिए हम घर वापस आ गए और आग बुझने का इंतज़ार करने लगे। हालांकि आग तेजी से फैली और ऊपरी मंजिल तक पहुंच गई। फिर हमने बाहर जाने का फैसला किया, मैंने अपने बच्चे के ऊपर एक शॉल ओढ़ाया और जितना हो सके परिवार के साथ नीचे आ गया। यहां से निकलते समय संबंधित निवासी का चेहरा आग की लपटों से कई जगह झुलस गया। हालांकि समय रहते साहस दिखाकर इन सभी की जान बचा ली गई।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ और निवासियों की हालत गंभीर बनी हुईं है। इससे मृतकों की संख्या में इजाफा होने की आशंका है। बिल्डिंग की पार्किंग में कपड़ों की चिन्दी का ढेर रखा हुआ था रखा, पहले इन चिथड़ों में आग लगी और तेजी से फैल गई। इससे पार्किंग में मौजूद सभी कारें और दुपहिया वाहन आग की लपटों में घिर गये। ये सभी वाहन आग में नष्ट हो गए, इसके बाद कपड़ों में लगी आग का गाढ़ा काला धुआं तेजी से ऊपरी मंजिलों तक फैल गया। नाक में धुंआ घुसने से कई निवासियों की हालत गंभीर है।