पालघर जिला के अनेक पुलिसकर्मी आई.एस.ओ. मानांकन से सम्मानित हुए
अपर पुलिस महासंचालक ने पालघर जिला पुलिस के जन संवाद अभियान की सराहना किये
अजहर शेख : संवाददाता
पालघर : पालघर जिला के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल द्वारा अपना पदभार संभालने के बाद से पालघर जिला के दूर दराज इलाकों के नागरिकों और पुलिस के बीच की दूरी कम करके जिले मे कानून एवं सुव्यवस्था बनाने के साथ ही आपसी सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने तथा हजारों जरूरतमंद नागरिको को रोजी- रोजगार दिलाने हेतु रोजगार मेलावा लगाने जैसे अनेक जनउपयोगी कार्यक्रम आयोजित किये जिससे पुलिस के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है ऐसा प्रयास करने के लिए महाराष्ट्र राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक प्रवीण साळुंके (IPS) ने पालघर के जिला पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटिल की प्रशंसा की। इस दौरान “ए” प्लस- प्लस का मानांकन जिला पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल, पालघर की डीवाई एस पी नीता पाड़वी, जव्हार के डीवाई एस पी शैलेश काले, पुलिस थाना सातपाटी के प्रभारी API प्रेमनाथ ढोले, पुलिस थाना केलवा के प्रभारी API भीमसेन गायकवाड़ को दिया गया। इसी प्रकार “ए” प्लस का मानांकन जिला अपर पुलिस अधीक्षक, बोईसर, नित्यानंद झा (IPS), बोईसर पुलिस थाना के प्रभारी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उमेश पाटिल, वाडा के थाना प्रभारी सुरेश कदम, पालघर के थाना प्रभारी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्तात्रय किंद्रे, तारापुर के थाना प्रभारी API सुरेश साळुंके, जव्हार के थाना प्रभारी संजय कुमार ब्राह्मणे, कासा के थाना प्रभारी नामदेव बंडगर, तथा विक्रमगढ़ के थाना प्रभारी API रविन्द्र पारखे को देकर राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक प्रवीण सालूंके (IPS) ने उनका कौतुक किया। इसी प्रकार ‘A’ मानांकन डहाणु के SDPO संजीव पिंपले, सफाला के थाना प्रभारी अविनाश मांदले, वानगांव के थाना प्रभारी संदीप कहाले, घोलवड़ के थाना प्रभारी गजानान पडलकर, तलासरी के थाना प्रभारी विजय मुतलक, मनोर के थाना प्रभारी सतीश शिवरकर, मोखाडा के थाना प्रभारी धनंजय जगदाले तथा डहाणू के थाना प्रभारी सुधीर संखे को देकर राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक प्रवीण सालूंके (आई पी एस) द्वारा आईएसओ मान्यता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री साळुंके ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटिल के नेतृत्व में पालघर जिला पुलिस ने अच्छी प्रगति की है। उन्होंने कहा कि जन संवाद अभियान के कारण जिले के पुलिस थानो में काफी बदलाव आया है और जनता का विश्वाश पुलिस के प्रति बेहतर हुआ है जिससे पालघर जिला में अपराधों मे कमी आई है और जन सहयोग के कारण जटिल मामलों को सुलझाने में मदद मिली है। उन्होंने पालघर जिले के पुलिस थानों को आईएसओ मानांकन मिलना पालघर पुलिस के लिए गर्व की बात होना बताया। साळुंके ने आगे कहा कि जब पालघर में साधु हत्याकांड हुआ तब वे पुणे में सी.आई.डी. में थे और तब यह मामला मेरे पास आया। उस वक्त इस अपराध के करीब सौ आरोपियों को कोविड के कारण ठाणे या तलोजा जेल नहीं ले जाया जा सका था तब कोर्ट ने आदेश दिया कि उन्हें थाने में ही रखा जाए, लेकिन उस समय जिले के थाने की स्थिति उन्हें रखने के लिए उपयुक्त नहीं थी, लेकिन अब तीन साल में जिला पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल के नेतृत्व में जिले के पुलिस थाने को आईएसओ और स्मार्ट पुलिस स्टेशन का नामांकन प्राप्त हुआ है। साळुंके ने उद्यमी समीर रूपलक और उनकी पत्नी सेजल रूपलक को उनके सहयोग के लिए सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में जिला पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज सिरसाट ने पालघर जिले के पुलिस स्टेशनों और पुलिस मित्रों को टी-शर्ट, सीटी और टोपी वितरित की। इस अवसर पर जिले के सभी अनुमंडल के पुलिस अधिकारी, सभी थाना के प्रभारी, पुलिस पाटिल एवं पुलिस मित्र भारी तादात मे उपस्थित थे।जिला पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटिल ने अपने प्रस्ताविक भाषण मे जन संवाद अभियान के जरिये पुलिस और जनता के बीच की खाई को पाटकर आपसी सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाकर कानून व व्यवस्था बनाये रखने मे मिले जन सहयोग की खूबियाँ गिनाई और इसकी सफलता के लिए उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियो, पुलिस मित्रों, पुलिस पाटिलों तथा जनता के प्रति आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का सूत्र संचालन वरिष्ठ शिक्षक जतिन कदम ने किया तथा पालघर की उपविभागीय पुलिस अधिकारी नीता पाड़वी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।