मनपा क्षेत्र में अनाधिकृत निर्माण पाया गया तो मनपा आयुक्त होंगे जिम्मेदार, उनके खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई – शंभुराज देसाई
जिला नियोजन समिती की बैठक में ठाणे संरक्षण मंत्री का बड़ा फैसला। अनाधिकृत निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – मंगलवार को जिला नियोजन समिति की बैठक में पालकमंत्री शंभुराज देसाई ने चेतावनी दी है कि यदि जिले के किसी भी मनपा क्षेत्र में अनाधिकृत निर्माण पाया गया तो मनपा आयुक्त को पूर्ण रूप से जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जन प्रतिनिधियों ने बताया कि जिले में बड़ी संख्या में अनाधिकृत निर्माण कार्य चल रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन सभी अधिकारियों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सौंपी जाएगी।
बैठक ठाणे कलेक्टर कार्यालय के योजना भवन में जिले के सभी पार्टी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित की गई थी। इस मौके पर सभी दलों के जन प्रतिनिधियों ने जिले में हो रहे अनाधिकृत निर्माणों का ब्योरा पढ़ा। इस बैठक में अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ रेरा के तहत कार्रवाई के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। विधायक गणपत गायकवाड़ ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि अनधिकृत निर्माणों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने सदन के ध्यान में यह भी लाया कि बिना कोई कार्रवाई किए केवल नोटिस दिए जाते हैं, लेकिन अनधिकृत निर्माण जारी रहता है। वहीं सांसद डाॅ. श्रीकांत शिंदे ने भी अनधिकृत निर्माण पर नाराजगी जताई।
स्थानीय महानगर पालिका प्रशासन के पास उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले अनधिकृत बिल्डरों के बारे में विस्तृत जानकारी है। इस मौके पर सांसद शिंदे ने सीधा सवाल उठाया कि ऐसे समय में नोटिस भेजने और आगे की कार्रवाई करने का काम क्यों किया जा रहा है। इसके जवाब में जिले में सभी अनाधिकृत निर्माणों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। पालकमंत्री शंभुराज देसाई ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन निर्माणों को कोई औपचारिकता निभाने के बजाय सीधे हटा दिया जाना चाहिए। साथ ही, संरक्षक मंत्री देसाई ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा पाया गया कि महानगर पालिका क्षेत्र में इस तरह के अनधिकृत निर्माण चल रहे हैं, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, तो उस मनपा आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी अस्पतालों की समीक्षा की जाये, हर शहर की आबादी के हिसाब से स्वास्थ्य व्यवस्था का ऑडिट होना चाहिए। यदि पर्याप्त जनशक्ति नहीं है तो पद भरे जाएं। इस हेतु जिला शल्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य विभाग के संबंधित पदाधिकारियों की देखरेख में एक समिति का गठन किया जाये। जल्द ही एक कमेटी गठित कर उसके अनुरूप कार्रवाई की जायेगी उक्त जानकारी पालकमंत्री शंभुराज देसाई ने दी।
ठाणे जिला नियोजन समिति की बैठक पिछले साल नवंबर महीने में हुई थी, उसके बाद मंगलवार को ये बैठक हुई। इस कारण इस बैठक में उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने पालक मंत्री के समक्ष अपनी नाराजगी व्यक्त की। इतनी लंबी अवधि के बाद बैठक बुलाने से जन प्रतिनिधियों के पास अपनी समस्याएं रखने के लिए बहुत कम समय बचता है। साथ ही इस बैठक में अधिकारियों के मौजूद नहीं रहने पर जन प्रतिनिधियों ने कहा कि वे इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।