आम उत्पादकों को राज्य सरकार का बड़ा तोहफा, फसल नुकसान पर किया अभूतपूर्व फैसला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कोंकण में 2015 में बेमौसम बारिश के कारण आम के नुकसान के कारण आम किसानों के खातों में तीन महीने की ब्याज माफी और पुनर्गठित ऋण पर ब्याज के रूप में साढ़े आठ करोड़ रुपये से अधिक जमा करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आम के घटते उत्पादन और कीड़ों से होने वाले नुकसान को लेकर तत्काल बैठक करने के लिए कृषि मंत्री की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स नियुक्त की जाए, जिसमें कोंकण कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विशेषज्ञों को शामिल किया जाए। इस दौरान उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बैठक में आम और काजू उत्पादकों की समस्याओं से अवगत कराया साथ ही कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने भी इस संबंध में सुझाव दिये।
आम और काजू उत्पादकों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में सह्याद्री गेस्ट हाउस में बैठक हुई। कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, विपणन मंत्री अब्दुल सत्तार, उद्योग मंत्री उदय सामंत, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, साथ ही रत्नागिरी जिला आम उत्पादक सहकारी का एक प्रतिनिधिमंडल, वित्त, विपणन, कृषि विभाग के सचिव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जनवरी, फरवरी और मार्च 2015 के तीन महीनों में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के लिए आम किसानों के फसल ऋण माफी की घोषणा की गई थी। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 12 हजार 513 कर्जदारों की 3 करोड़ 35 लाख 93 हजार 178 रुपये की ब्याज राशि माफ़ी तथा ऋण पुनर्गठन में 5 करोड़ 26 लाख 58 हजार 433 रुपये की ब्याज राशि नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने तत्काल वित्त विभाग को इस संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया।