उद्धव ठाकरे चाहते तो बच जाती मवीआ सरकार – प्रफुल्ल पटेल
अजित पवार गुट के नेता का बड़ा बयान, कहा उद्धव ठाकरे से ढ़ाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद माँगा था, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। नतिजन मवीआ सरकार का हुआ पतन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राकांपा अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने दावा किया है कि साल 2019 में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार (मवीआ) बन रही थी, तब हमारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना से बात की थी। हमने उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री का पद ढाई साल के लिए साझा करने को कहा था। लेकिन उन्होंने इस बात को हल्के में लिया और कोई जवाब नहीं दिया।
पटेल ने दावा किया कि उन्होंने उद्धव ठाकरे, उनके बेटे विधायक आदित्य ठाकरे और सांसद संजय राउत से साथ सरकार बनाने के लिए बात की थी, लेकिन हमारे मांग पर तीनों ने एक शब्द भी नहीं कहा।
हमारी पार्टी राकांपा के पास 54 और शिवसेना के पास 56 विधानसभा सीटें थीं। उनकी पार्टी से हमारे पास केवल 2 सीटें कम थीं, इसलिए हमने मुख्यमंत्री की कुर्सी साझा करने की मांग की थी, हमारी ये मांग बिल्कुल जायज थी। अगर हमारी मांग मान ली जाती तो महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार नहीं जाती।
उद्धव गुट की नेता सुषमा अंधारे ने तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपनी ही पार्टी तोड़ दी, उन पर भरोसा कैसे करें। वे अब अपने कामों को सही ठहराने और अपने आकाओं को खुश करने के लिए कुछ भी कहेंगे।
उद्धव ठाकरे विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा से आधे-आधे समय के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी बांटने की मांग कर रहे थे। वे चाहते थे कि पहले ढाई साल उनकी पार्टी का मुख्यमंत्री रहे, लेकिन भाजपा ने उनकी मांग नहीं मानी। इससे नाराज होकर उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राकांपा के साथ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी बनाकर राज्य में सरकार बनाई थी।