रेलवे मोटरमैन ने की आत्महत्या
परिजनों ने वरिष्ठ अधिकारियों पर लगाया आरोप
मोटरमैन की आत्महत्या में रेलवे का कोई रोल नहीं-मुख्य पीआरओ
कल्याण – रेलवे के एक मोटरमैन द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद परिजनों ने वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कल्याण के मोटरमैन एवं गार्ड कार्यालय में जमकर हंगामा किया। सुजीत जयंत नामक सहायक मोटरमैन ने 18 अगस्त की रात कल्याण पूर्व स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की खबर पड़ोसियों ने पुलिस को दी। उसके बाद उसके परिजन भी आए। रविवार को सुजीत के परिजनों ने कल्याण रेलवे स्टेशन के पास मौजूद मोटरमैन एवं गार्ड कार्यालय में गए और वहां हंगामा करने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। बताया जाता है कि सहायक मोटरमैन सुजीत को तीन महीने से वेतन नहीं मिला था। जिसको लेकर वह काफी परेशान था। परिजनों के अनुसार उसके पास घर का किराया भी चुकता करने के लिए भी पैसा नहीं था।
सुजीत को रेलवे की विभागीय परीक्षा देनी थी। जिसके लिए उसे छुट्टी चाहिए थी। इसी दरमियान गांव में किसी की मौत हो गई, जिसमें सुजीत गांव चला गया था। जाने के पहले वह छुट्टी के लिए एप्लिकेशन दिया था, लेकिन अधिकारियों ने उसकी छुट्टी मंजूर नहीं की थी। गांव से आने के बाद छुट्टी मंजूर करने के लिए वह अधिकारियों का चक्कर काटता रहा, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने बहाना बनाकर छुट्टी नामंजूर कर दी, जिससे वह काफी परेशान था।
परिजनों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
इस मामले में मृतक सुजीत के परिजनों ने वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने छुट्टी पास नहीं की और ना ही उसे वेतन दिया। जिससे वह काफी परेशान था।
रेलवे का कोई रोल नहीं- सीपीआरओ
सुजीत की आत्महत्या के मामले में मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवराज मानसपुरे ने कहा कि आत्महत्या के पीछे निजी मामला होगा। इसमें रेलवे का कोई रोल नहीं है। परिजन यदि आरोप लगा रहे हैं तो यह गलत है।