निः संतान दंपत्ति को बच्चा गोद दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाला गिरफ्तार
मालवणी पुलिस ने 38 वर्षीय ठग आंद्रे नेल्सन रेबेलो को हिरासत में लेकर आगे की जाँच में जुटी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – एक निःसंतान दंपत्ति बच्चा गोद लेना चाहता है, लेकिन बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं ठी। इसी अज्ञानता का फायदा उठाकर मालवणी इलाके में एक फर्जी आदमी द्वारा बच्चा गोद दिलाने का दावा कर उक्त परिवार से लाखों रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। ठग व्यक्ति की पहचान आंद्रे नेल्सन रेबेलो – 38 के रूप में हुई है और उसे मालवणी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मालवणी इलाके में रहने वाला एक दंपत्ति शादी के कई सालों बाद भी निःसंतान रहा, दंपत्ति एक बच्चे को गोद लेने की कोशिश कर रहे थे और यह बात परिवार के अन्य सदस्यों, रिश्तेदारों को पता थी। एक रिश्तेदार ने उक्त महिला जो बच्चा गोद लेना चाहती थी को आंद्रे रेबेलो के बारे में बताया।
रिश्तेदार ने बताया कि रेबेलो पैसे लेकर बच्चा गोद दिला देगा। महिला की मुलाकात रेबेलो से मार्च में हुई थी। रेबेलो ने कहा कि वह कई स्वयंसेवी संस्थाओं के संपर्क में हैं और उनके माध्यम से वह बच्चे को गोद लेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें पैसे खर्च करने पड़ेंगे। उक्त महिला ने पैसे खर्च करने में तत्परता दिखाई और रेबेलो को एक लाख 20 हजार रुपये का भुगतान किया। पैसे लेकर निकले ठग ने कहा कि वह कल आकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करेगा और वापस ही नहीं लौटा। जब महिला ने उससे संपर्क करने की कोशिश की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा।
चूंकि रेबेलो मालवणी इलाके में कई लोगों के संपर्क में था, जब महिला ने अधिक जानकारी मांगी, तो उसे पता चला कि उसने एक अन्य महिला से 55,000 रुपये लिए थे, और उसे भी इसी तरह बच्चा दिलाने का झूठा वादा किया गया था। इसलिए दोनों महिलाएं और उनके परिवार रेबेलो की राह जोह रहे थे।
रिबेलो जो मार्च में गायब हुआ था, फिर से मालवणी इलाके मे दिखना शुरू हो गया था। बताया गया कि खरौदी गांव में वह कुछ परिवारों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर फिर से पैसे ऐठने की कावायद में जुटा हुआ है। उक्त दोनों महिलाओं ने मालवणी पुलिस में रेबेलो के खिलाफ ठगी करने का मामला दर्ज कराया। महिलाओं की निशानदेही पर वरिष्ठ निरीक्षक चिमाजी आव्हाड़ के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर रेबेलो को खरोदी गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की आगे की जाँच शुरू कर दी गई है।