कौन कर रहा है हत्यारे चेतन सिंह को बचाने का प्रयास
रेल मंत्रालय नें कहा चेतन को कोई मानसिक बीमारी नहीं। नियमित होने वाले टेस्ट के आखरी परिक्षण में भी कुछ नहीं आया सामने
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ अधिकारी समेत चार लोगों पर गोली चलाने वाला आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उसकी जांच की जा रही है। जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सोमवार 31 जुलाई की सुबह फायरिंग हुई, तब करीब पांच बजे ट्रेन पालघर स्टेशन पार कर चुकी थी। उस समय चेतन ने अपने वरिष्ठ अधिकारी टीकाराम मीना पर गोली चला दी, इसके बाद उसने अन्य तीन यात्रियों को भी गोली मार दी। चारों की मौत के बाद चेतन ने ट्रेन की चेन खींच दी और जैसे ही ट्रेन धीमी हुई, वह कूदकर भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
रेल मंत्रालय ने चौंकाने वाली जानकारी देते हुए बताया है कि कांस्टेबल चेतन सिंह ने अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी छिपाई है। अब इस जानकारी के चलते इस पूरे हत्याकांड मामले में एक नया ट्विस्ट आने की संभावना है। रेल मंत्रालय ने जानकारी दी है कि चेतन सिंह के मानसिक बीमारी और इलाज के बारे में रेलवे के पास कोई जानकारी नहीं है, उसने निजी स्तर पर अपना इलाज कराया। रेलवे के पास इसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। चेतन और उसके परिवार ने इसकी जानकारी छिपाई, इस मामले की जांच जीआरपी बोरीवली की ओर से की जा रही है।
बताया गया है कि चेतन सिंह को मतिभ्रम की बीमारी है, जो एक मानसिक बीमारी का हिस्सा है। आरपीएफ कांस्टेबल नियमित अंतराल पर चिकित्सा परीक्षण से गुजरते हैं, अंतिम परीक्षण में चेतन की बीमारी का कोई सबूत नहीं मिला। परीक्षण में चेतन में किसी तरह की कोई भी बीमारी नहीं पाई गई। उसने अपनी बीमारी की जानकारी रेलवे को नहीं दी। रेलवे ने बताया कि उसने मानसिक बीमारी के इलाज की जानकारी गुप्त रखी। रेलवे नें बताया कि रेलवे द्वारा नियमित अंतराल पर सभी अधिकारीयों के चिकित्सा परीक्षण आयोजित किये जाते हैं, वारदात के कुछ दिन पहलें ही हुए टेस्ट में चेतन के शरीर में किसी तरह की कोई भी बीमारी नहीं पायी गई।