निष्ठावान कांग्रेसी और 2 बार केरल के मुख्यमंत्री रहे ओमान चांडी का बेंगलुरु में निधन
लगातार 11 बार विधानसभा जितने वाले चांडी ने 79 वर्ष की उम्र में ली आखरी सांस। बेटे ने सोशल मिडिया पर पोस्ट कर दी जानकारी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
तिरुवनंतपुरम – केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी का मंगलवार सुबह बेंगलुरु में निधन हो गया। वे 79 साल के थे। ओमान चांडी पिछले लंबे समय से बीमार थे, उनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा था। उनके बेटे ने फेसबुक पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अप्पा नहीं रहे। वहीं केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के सुधाकरण ने ट्विटर पर इसकी जानकारी शेयर की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा कि केरल के पूर्व मख्यमंत्री और पक्के कांग्रेसी ओमान चांडी जननायक के तौर पर ऊंचा कद रखते थे। उनकी अटूट निष्ठा और दूरदर्शी नेतृत्व ने केरल के विकास और देश के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरी छाप छोड़ी है। उन्हें उनके समपर्ण और सेवाभाव के लिए याद रखा जाएगा। उनके परिवार और समर्थिकों के साथ संवेदनाएं हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन ने ट्वीट कर ओमान चांडी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि हम दोनों एक ही साल विधानसभा में चुने गए थे। हम एक साथ स्टूडेंट लाइफ से राजनीति की दुनिया में आए। हम एक साथ पब्लिक लाइफ का हिस्सा रहे। ऐसे में उन्हें अलविदा कह पाना बहुत मुश्किल हो रहा है। ओमान चांडी काबिल प्रशासक थे जो लोगों की जिंदगी में करीब से जुड़े थे।
केरल कांग्रेस अध्यक्ष के सुधाकरण ने लिखा जिस राजा ने प्यार की ताकत से सारी दुनिया पर विजय पा ली, उसकी कहानी का आज गरिमापूर्ण अंत हो गया। आज एक महान व्यक्तित्व के जाने से मैं दुखी हूं। उन्होंने अनगिनत लोगों की जिंदगी संवारी थी, उनकी लीगेसी हमेशा हमारे साथ रहेगी।
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्विटर पर लिखा पूर्व केरल सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ओमान चांडी के जाने से दुखी हूं। वे दूरदर्शी सोच वाले राजनेता और लोगों के विनम्र सेवक थे। उनकी विरासत करोड़ों लोगों के दिल में बनी रहेगी। उनके परिवार और समर्थकों को मेरी सहानुभूति।
ओमान चांडी 2004 से 2006 और 2011 से 2016 तक दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे। 1970 के विधानसभा चुनावों में वे पहली बार विधायक बने। तब उनकी उम्र 27 साल थी। इसके बाद लगातार 11 बार चुनाव जीते।
पिछले पांच दशकों में उन्होंने सिर्फ अपने गृह नगर पुथुपल्ली के लोकसभा क्षेत्र का ही प्रतिनिधित्व किया। 2022 में वे विधानसभा के सबसे पुराने सदस्य बने। उन्होंने 18,729 दिनों तक काम किया। इसके साथ ही उन्होंने केरल कांग्रेस (एम) के पूर्व सुप्रीमो केएम मणि का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
अपने राजनीतिक करियर में ओमान चांडी चार बार अलग-अलग कैबिनेट में मंत्री रहे हैं और चार बार विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे हैं।