तंज भरे लहजे में शुरू हुआ विधानसभा का मानसून सत्र
मुख्यमंत्री द्वारा नए मंत्रियों के परिचय सत्र में ही, जयंत पाटिल ने अजित पवार पर कसा तंज। कहा हमारी और उनकी पहचान पुरानी है
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी राकांपा में अब तक की सबसे बड़ी टूट को दो हफ्ते बीत चुके हैं। 2 जुलाई को अजित पवार ने राकांपा के 8 विधायकों के साथ मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें खुद अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। इसके बाद अजित पवार गुट को खातों का आवंटन, शिंदे गुट और भाजपा के मंत्रियों के खोए विभाग, अजित पवार को मिले वित्त मंत्रालय जैसे कई मुद्दों पर राजनीति हुई। इस पृष्ठभूमि में 17 जुलाई यानी सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में सियासी घमासान देखने को मिला है। विधान सभा का काम शुरू होने के पहले मिनट में ही इसकी पुष्टि हो गई!
विधानसभा के निर्धारित कार्यक्रम के तहत विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नये मंत्रियों का परिचय कराने का निर्देश दिया। इसके मुताबिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मौके पर खड़े होकर सदन को नए मंत्रियों के बारे में जानकारी देने लगे। चूंकि एकनाथ शिंदे ने सबसे पहले अजित पवार का नाम लिया था, इसलिए उम्मीद थी कि विपक्षी बेंच की ओर से कुछ प्रतिक्रिया जरूर होगी।
एकनाथ शिंदे ने अजित पवार का परिचय उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री कहकर कराया और रुक गए। उन्होंने दूसरी बेंच पर बैठे अजित पवार की ओर देखा, और यह देख किनारे बैठे देवेंद्र फड़णवीस ने एकनाथ शिंदे से कहा नाम बताओ जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने अजित पवार का नाम लिया।
इसके बाद अजित पवार ने खड़े होकर सभी का अभिवादन किया। जब अजित पवार बैठे थे तो उनके सामने विपक्षी बेंच पर बैठे राकांपा शरद पवार गुट के विधायक जयंत पाटिल ने उन्हें शरारती शब्दों में तंज कसते हुए कहा वे-हम पुराने परिचित हैं तो सभागार में ठहाके गूंज उठे। इसका असर अजित पवार के चेहरे पर भी दिखने को मिला।
अजित पवार के बाद एकनाथ शिंदे ने अजित पवार गुट के अन्य मंत्रियों का भी सदन से परिचय कराया, इसमें मुख्यमंत्री ने छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्मरावबाबा अत्राम, संजय बनसोडे, अदिति तटकरे, अनिल पाटिल को आदि के नाम शामिल थे।