शरद पवार को एक और झटका, अजित पवार की बढ़ी ताकत
शाहपुर से राकांपा विधायक दौलत दरोड़ा ने जाहिर किया अजित पवार को अपना समर्थन। मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर बड़ा फैसला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
कल्याण : राकांपा से अलग होने के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ जाने से इनकार करने वाले शाहपुर राकांपा विधायक दौलत दरोड़ा ने विधानसभा के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार को अपने समर्थन की घोषणा कर दी है। उक्त जानकारी देते हुए खुद दरोड़ा ने बताया कि हमने अजित पवार को अपना समर्थन दिया है। राकांपा से अलग होने के बाद पार्टी के 35 से 40 विधायक अजित पवार के साथ चले गए हैं।
शाहपुर विधानसभा के विधायक दरोड़ा ने अजित पवार के साथ जाने से इंकार करते हुए कहा था कि राकांपा में विभाजन के बाद मुझे मंत्री पद देने का प्रलोभन दिया गया था। लेकिन यदि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री रहेंगे तों मुझे मंत्रिपद या कैबिनेट में भी मंत्रीपद दिया जाये तब भी मैं इस मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होऊंगा। दरोड़ा ने साफ कर दिया था कि वह राकांपा के वरिष्ठ नेता शरद पवार के साथ अंत तक खड़े रहेंगे।
विकास होना चाहिए, हम शरद पवार द्वारा दिए गए आदेश का पालन करेंगे ताकि पार्टी बची रहे, ऐसा दरोड़ा ने कहा था। पिछले कुछ दिनों से राकांपा के कुछ नेता दरोड़ा को अजित पवार के गुट में शामिल कराने की कोशिश कर रहे थे। अगर शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में शहरी विकास कार्य करना है तो उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जो अब वित्त विभाग के प्रभारी हैं, के सामने जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए, यह ज्ञात है कि दरोड़ा ने उदारवादी रुख अपनाते हुए अजीत पवार समूह में शामिल होने का विकल्प चुना है। विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर दरोड़ा ने यह फैसला लेकर अजित पवार को सदन में अपनी ताकत बढ़ाने में मदद की है।