भिवंडी में एक ईंट भट्ठा मालिक के खिलाफ बंधुआ मजदूरी अधिनियम के तहत मामला दर्ज
भिवंडी – देश मे बंधुआ मजदूरी मुक्ति अधिनियम पारित किया गया, लेकिन उसके बाद भी ठाणे और पालघर जिलों में अति गरीब आदिवासी परिवारों की अज्ञानता का फायदा उठाकर उन्हें बंधुआ बनाकर उनका आर्थिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है। ऐसा ही एक परिवार के 4 लोगों को ईंट भट्ठा मालिक के चंगुल से छुड़ाने का मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद श्रमजीवी संगठन की मदद से भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार भिवंडी तालुका के पच्छापुर इलाके के महाप के बुधिया श्रीपत जाधव, पत्नी बबी बुध्या जाधव, बेटे कैलास बुध्या जाधव, गौरव बुध्या जाधव का अति गरीब आदिवासी परिवार विगत चार वर्ष से चिम्बी पाड़ा में सिद्दीकी हुसैन शेख और उनके दो बेटे अरबाज और अराफात निवासी टेंभीवली के ईंट भट्टे पर काम करने गया था। शिकायत कर्ता के अनुसार पिछले चार साल से उसने इस परिवार को बिना काम के पैसे दिए ईंट भट्ठे पर बंधुआ मजदूर बनाकर काम पर रखा है। सूत्रों के अनुसार मजदूर परिवार द्वारा पैसा मांगने पर ईट भट्टा मालिक उल्टा उनके ऊपर कर्ज बताकर यह धमकी देता रहा कि वह और दूसरी जगह जाकर काम नहीं कर सकते इस तरह उन्हें बंधुआ मजदूर बना कर रखा था। 4 जुलाई की रात अंधेरे का फायदा उठाकर यह परिवार ईंट भट्ठे पर बनी झोपड़ी से भाग निकला और अहले सुबह पैदल चलकर अपने घर महाप पहुंचा और गांव के सामाजिक कार्यकर्ता मधु वाघे को घटना की हकीकत बताई। मधु वाघे पीड़ित परिवार को लेकर श्रमजीवी संगठन के जिला अध्यक्ष अशोक सापते के पास पहुंचे। जब अशोक सापते को एहसास हुआ कि पीड़ित परिवार को परेशान किया जा रहा है, तो वह कार्यकर्ताओं के साथ भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन में पीड़ित परिवार के साथ शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। पीड़ित बुधाजी जाधव द्वारा दिए गए जवाब को दर्ज करने के बाद भिवंडी तालुका पुलिस ने सिद्दीक हुसैन शेख और उनके दो बेटों अरबाज और अराफात तीनों के खिलाफ बंधुआ मजदूरी करने, बाल श्रम निषेध, अनुसूचित जनजाति अत्याचार के तहत मामला दर्ज किया है।