तीन आरोपी धोखाधड़ी करने के मामले मे गिरफ्तार, 5 मामलों का हुआ खुलासा
अजहर शेख : संवाददाता
वसई ; मीरा-भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत क्राइम ब्रांच युनिट-3, विरार ने बैंक में भुगतान करने में मदद करने के बहाने धोखाधड़ी करने वाले 3 आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की, इनकी गिरफ्तारी से 5 अपराध (कलम 420) सुलझाए गया है व 21 हजार रुपये का माल जप्त किया गया है। यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे व एसीपी अमोल मांडवे के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच युनिट 3 विरार के पुलिस निरीक्षक प्रमोद बड़ाख के नेतृत्व में पो.उप निरी. शिवाजी खाडे व उमेश भागवत की टीम ने की है। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को दी है। पुलिस ने बताया कि,शिकायतकर्ता दिपक श्रीकिशन कुशवाह, निवासी-रा.बापा सिताराम चाल, अनुसया हॉस्पीटल के पास, विरार पूर्व में रहता है। दीपक 22 जून को सुबह 11 बजे पंजाब नॅशनल बँक, विरार (प) स्थित पैसा भरने गया था, आरोपी ने दीपक से बैंक में पैसे भरने में मदद करने को कहा, दीपक के कब्जे में आरोपी ने कुल 76,000 रुपये नकद धोखाधड़ी कर फ़रार हो गया। इस मामले में दीपक ने विरार थाने में आरोपी के ऊपर कलम 420,34 के तहत केस दर्ज करवाया था।पुलिस ने बताया कि,पिछले कुछ महीनों से मीरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में धोखाधड़ी के अपराधों में वृद्धि के कारण, वरिष्ठों ने उक्त घटनाओं को गंभीरता से लिया है और आरोपियों का पता लगाने और उन्हें रोकने के निर्देश दिए हैं।उक्त अपराध के संबंध में वरिष्ठजनों द्वारा दिये गये निर्देश एवं मार्गदर्शन अनुसार क्राईम ब्रांच कक्ष 3 विरार के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी द्वारा तकनीकी विश्लेषण और गुप्त मुखबिरों से प्राप्त जानकारी के आधार पर (1).मुस्ताक मुबारक शेख (2).विशाल रमेश राजभर व (3).सुरज ऊर्फ प्रदिप पारसनाथ दुबे को हिरासत में लिया। अपराध में धोखाधड़ी के सामान में से 21,000/- रूपये मूल्य के सामान सहित जप्त किया गया और 5 मामलों का खुलासा हुआ है।पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पिछले इतिहास की जांच करने के बाद, उक्त आरोपी के खिलाफ मुंबई, मीरा-भाईंदर, वसई-विरार आयुक्तालय और पालघर में 10 से अधिक अपराध दर्ज किए गए हैं व वर्तमान में वर्सोवा पुलिस स्टेशन (मुंबई पुलिस आयुक्तालय) की हिरासत में है।