शिवसेना, राकांपा के बाद अब भाजपा में आ सकता है भूचाल
पार्टी बदलने की तैयारी में पंकजा मुंडे, स्वागत के लिए कांग्रेस ने बिछाया रेड कारपेट। दिल्ली में सोनिया और राहुल गाँधी से मुलाकात की खबरें
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र की राजनीती में चल रहा घमासान अभी और भी बढ़ सकता है। शिवसेना के बाद राकांपा में हुईं बगावत के बीच अगला नंबर अब सत्ताधारी भाजपा का हो सकता है। ऐसी अटकलें है की राज्य में भाजपा का तेजतर्रार चेहरा और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे भगवा खेमा छोड़ने की योजना बना रही हैं|कई रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जा रहा है कि पंकजा मुंडे ने दिल्ली आकर कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी से मुलाक़ात की है। पंकजा मुंडे स्व. गोपीनाथ मुंडे की बिटिया हैं, जो नब्बे के दशक में राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे। पिछली फडणवीस सरकार में पंकजा मुंडे राज्य की ग्रामीण विकास और महिला एवं बालविकास मंत्री थी।
खबर है कि पंकजा मुंडे दो बार दिल्ली दौरा कर चुकी हैं। पंकजा मुंडे की पार्टी में संभावित एंट्री को लेकर कांग्रेस के दोनों नेताओं से चर्चा हुईं है। इसके अलावा सूत्रोंबसे पता चला है कि सांगली में एक प्रमुख नेता पंकजा की पैरवी में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। हाल के दिनों में पंकजा मुंडे की पार्टी मे असंतोष की चर्चाएं चाल रही हैं। यह सर्वविदित है कि पंकजा मुंडे और उनके चचेरे भाई और सांसद धनंजय मुंडे के बीच राजनितिक प्रतिद्वन्दता है। धनंजय मुंडे पहले ही मन्त्रीपद की सपथ लें चुके हैं, जबकि पंकजा मुंडे अभी भी भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव पद पर हैं। खबर है कि पंकजा मुंडे कांग्रेस पार्टी के साथ विकल्पों पर विचार कर रही हैं। हालांकि अभी तक इस मामले में पंकजा मुंडे ने कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस बीच कांग्रेस पार्टी पंकजा मुंडे के स्वागत में पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण तक सभी पंकजा मुंडे को लेकर बयान दे चुके हैं। नाना पटोले ने कहा था कि यदि पंकजा मुंडे ने सोनिया और राहुल गाँधी से मुलाक़ात की है, तो यह अच्छी बात है। हम पंकजा मुंडे का खुले मन से स्वागत करते हैं।
अगर पंकजा मुंडे पाला बदलती हैं तो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान हो सकता है। पंकजा मुंडे ओबीसी के तहत आने वाली वंजारी जाती से आती हैं, और इसका विदर्भ, मराठवाड़ा समेत पश्चिमी महाराष्ट्र जैसे स्थानों पर बड़ा प्रभाव है।
पंकजा मुंडे पूर्व उपमुख्यमंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी और दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की भांजी हैं। पंकजा 2014 से 2019 तक फडणवीस सरकार में ग्रामीण विकास और महिला बालकल्याण मंत्री रही। हालांकि 2019 के विधानसभा चुनाव में पंकजा अपनी परंपरागत सीट परली विधानसभा से राकांपा के अपने ही चचेरेभाई धनंजय मुंडे से चुनाव हार गई थी। इसके बाद न तो पंकजा को महाराष्ट्र विधान परिषद और न ही राज्यसभा में जगह दी गई। ज्ञात हो कि पंकजा की बहन डॉ. प्रीतम मुंडे बिड़ से भाजपा की सांसद हैं।
जून 2022 में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की साझा सरकार में भी पंकजा को कोई तरजीह नहीं दी गई। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पंकजा को कांग्रेस में शामिल होने की खुली पेशकश की थी। पूर्व राजस्व मंत्री थोरात ने कहा था कि पंकजा दिवंगत गोपीनाथ मुंडे साहब की बेटी हैं, जिनके पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी से अच्छे संबंध थे। उन्होंने महाराष्ट्र में भाजपा के विकास के लिए अहम योगदां दिया। यह अत्यंत दुखद है कि उनकी ही बेटी को भाजपा में दरकिनार किया जा रहा है।