राकांपा कार्यकारिणी की बैठक में 2 सांसदों और 9 विधायकों को पार्टी से निकाला गया 

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राकांपा कार्यकारिणी की बैठक में 2 सांसदों और 9 विधायकों को पार्टी से निकाला गया 

9 प्रस्ताव पारित किये गये, 27 राज्यों के पदाधिकारियों ने बैठक में लिया हिस्सा। पवार ने कहा 2024 में पूरी तरह बदल जाएगी महाराष्ट्र की राजनीती

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्वारा दिल्ली में बुलाई गई पार्टी की कार्यकारिणी बैठक के दौरान कहा गया है कि पार्टी का दावा कोई भी करे, कोई कुछ भी कहे उसमें कोई सच्चाई नहीं है, दिल्ली में हुई बैठक में 11 लोगों को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। शरद पवार ने कहा कि चुनाव आयोग से हमें न्याय मिलेगा, मैं राकांपा का एकमात्र अध्यक्ष हूं। इसलिए शरद पवार ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आयोग हमें वह न्याय देगा जिसके हम हकदार हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम आयोग के अलावा अन्य संस्थाओं के पास भी जाएंगे, पवार ने संकेत दिया है कि हम सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं।

दिल्ली में राकांपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की। शरद पवार ने आगे कहा कि जो लोग विचारधारा छोड़ चुके हैं वे बाहर कर दिए गए हैं। इनका पूरी कार्यकारिणी ने विरोध किया है।

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की अध्यक्षता में दिल्ली में अहम बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी विरोधी काम करने के आरोप में दो सांसदों और नौ विधायकों को निलंबित कर दिया गया है। इन दो सांसदों में प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे शामिल हैं। इस बैठक में राकांपा की राष्ट्रीय समिति ने कुल 8 प्रस्तावों को भी मंजूरी दी है।

शरद पवार ने कहा कि पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के मुद्दे पर राकांपा चुनाव आयोग जाएगी। जब पवार से रिटायरमेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उम्र चाहे 82 साल हो या 92 साल, उम्र मायने नहीं रखती। मैं पार्टी का पुनर्निर्माण करूंगा, अगर अजित पवार मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो हमें कोई समस्या नहीं है। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। शरद पवार से पहले राकांपा नेता पीसी चाको ने पत्रकारों से बातचीत करते हूजे कहा कि सभी नेता शरद पवार के साथ हैं।

शरद पवार ने आगे कहा कि एक बात सच है कि 2019 में कुछ लोगों ने अपने हस्ताक्षर का एक पत्र दिया था। उन्होंने कहा कि पार्टी की अगली नीति क्या हो, किसके साथ गठबंधन किया जाए, इस पर चर्चा की जरूरत है। मुझे इस पर बैठक बुलाने को कहा गया, हालाँकि फिर चुनाव आ गये और इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।

गुरुवार को दिल्ली में हुई बैठक में 27 राज्यों की राष्ट्रवादी कार्यकारिणी समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।

देश में कितनी पार्टियां टूटीं ? इस पर बोलते हुए पवार ने कहा कि मैं नहीं कह सकता कि कितनी पार्टियां टूटी हैं। हालाँकि विभिन्न राज्यों में ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियों द्वारा विपक्ष पर दबाव डाला जा रहा है। लेकिन इससे लोगों में भाजपा के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है।

शरद पवार ने कहा कि 2024 में महाराष्ट्र की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी, क्योंकि जिस तरह से जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर राजनीति की जा रही है देश की जनता उन्हें जरूर नकार देगी। नफरत की राजनीति करने वालों को चुनाव में नहीं उभरने दिया जायेगा।

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