ठाणे राकांपा में भी पड़ी फूट, जितेन्द्र आव्हाड़ के सामने पार्टी बचाने की नई चुनौती
ठाणे जिलाध्यक्ष आनंद परांजपे और पूर्व वरिष्ठ नगरसेवक नजीब मुल्ला ने किया अजित पवार का समर्थन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे : राकांपा में हुईं बगावत के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार को ठाणे जिले से समर्थन मिलना शुरू हो गया है। शरद पवार के समर्थक राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड़ के करीबी और राकांपा ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे के साथ वरिष्ठ नगरसेवक नजीब मुल्ला ने अजित पवार का समर्थन किया है और चर्चा है कि कुछ पूर्व नगरसेवक भी उन्हें समर्थन देने की तैयारी में हैं। इसके चलते ठाणे जिले में पार्टी के नेता जितेन्द्र आव्हाड़ अलग-थलग पड़ गए हैं और उनके सामने पार्टी को बचाए रखने की चुनौती खड़ी हो गई है।
रविवार को अजित पवार समेत राकांपा के 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इसी के चलते शिवसेना में बगावत के एक साल बाद अब राकांपा में भी फूट की तस्वीर सामने आ रही है। राकांपा में शरद पवार और अजित पवार नाम के दो गुट हैं। पार्टी के जन प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों द्वारा यह घोषणा की जा रही है कि किस गुट को उनका समर्थन प्राप्त है। इसी तरह, ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे समेत वरिष्ठ नगरसेवक नजीब मुल्ला ने अजित पवार का समर्थन किया है। राकांपा में फूट के बाद जितेंद्र आव्हाड़ ने शरद पवार का समर्थन किया है और आनंद परांजपे उनके करीबी सहयोगी के तौर पर जाने जाते हैं। तो, नजीब मुल्ला कभी आव्हाड़ के कट्टर समर्थक थे, लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने खुद को इनसे दूर कर लिया। इसके बाद वह अजित पवार के कट्टर समर्थक बन गये। इन दोनों नेताओं के अजित पवार का समर्थन करने से ठाणे राकांपा में फूट पड़ गई है। वहीं चर्चा है कि कुछ पूर्व पार्षद भी उन्हें समर्थन देने की तैयारी में हैं। ठाणे जिले में पार्टी का नेतृत्व कर रहे आव्हाड़ की छवि अलग थलग पद गई है क्योंकि उनके करीबी लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया है।
राकांपा में बगावत के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार का समर्थन करने वाले आनंद परांजपे को ठाणे जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह वरिष्ठ पूर्व नगरसेवक सुहास देसाई को ठाणे जिलाध्यक्ष तो कार्यकारी अध्यक्ष पद पर प्रकाश पाटिल को नियुक्त किया गया है। उक्त जानकारी जीतेंद्र आव्हाड़ ने सोशल मीडिया के जरिये दी है।
आनंद परांजपे ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने जयंत पाटिल को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है और उनकी जगह सुनील तटकरे को नियुक्त किया है। हमने अभी तक पार्टी नहीं छोड़ी है, इसलिए मैं पार्टी का ठाणे जिला अध्यक्ष हूं और देसाई की नियुक्ति गलत है।