जिन्होंने राज्य को 15 सालों तक लुटा, आज वे हमसे हिसाब मांग रहे हैं। यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ करने वाली बात है – एकनाथ शिंदे
उद्धव गुट के मनपा मुख्यालय पर मोर्चे को लेकर भड़के मुख्यमंत्री। कहा लुटेरों के घर होना चाहिए मोर्चा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र में बालासाहेब ठाकरे के विचारों वाले हिंदुत्व सरकार की स्थापना हुई है। अब तक रुके हुए विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा है कि जिन्होंने 15 साल तक मुंबई को लूटा-खसोटा, जब हिसाब देने का समय आया तो वे मार्च निकाल रहे हैं। जैसे-जैसे भाजपा और शिवसेना सरकारें जनहित में फैसले ले रही हैं, विपक्ष के पैरों तले जमीन खिसक रही है। एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा है कि जनता अब उनके नाटकों से मूर्ख नहीं बनेगी। दरअसल, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि इतने सालों तक मुंबई को उनके द्वारा लूटा गया है, इसलिए उनके घरों पर मार्च निकलना चाहिए। पूर्व नगरसेवक संजय अगालदरे वर्षा में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर बालासाहेब की शिवसेना में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि कई पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारी शिवसेना में शामिल होने की राह पर हैं।
उक्त अवसर पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हमने मुंबई में सड़कों को पक्का करने का फैसला किया। उन्होंने कहा अगर यह फैसला 15 साल पहले लिया गया होता तो मुंबई महानगर पालिका को साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये की बचत होती। उन्होंने कहा कि समय पर निर्णय न लेने के कारण मुंबईवासियों को वर्षों तक गड्ढों वाली सड़कों पर यात्रा करनी पड़ती है, साथ ही विभिन्न दुर्घटनाओं में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी वो अलग। पिछली सरकार के दौरान ढाई साल में मेट्रो और कारशेड प्रोजेक्ट पूरी तरह ठप हो गए थे। सड़क कार्य, कंक्रीटीकरण कार्य, बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना आदि विभिन्न जनोन्मुख कार्य पूर्ण किये जाने चाहिए थे। लेकिन अवसर के बावजूद ये काम रुके हुए थे, मुख्यमंत्री ने आलोचना करते हुए कहा।
ईडी कोविड काल में हुए कुप्रबंधन की जांच कर रही है, लोग कोविड में मर रहे थे लेकिन उस समय कुछ लोग सिर्फ पैसा कमा रहे थे। वही लोग हमसे आज सवाल कर रहे हैं, यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसी स्थिति है। पिछले 15 सालों से मुंबईकरों को बहुत नुकसान हुआ है। लेकिन अब मौजूदा राज्य सरकार के माध्यम से किये जा रहे कार्यों से लोगों के बीच विश्वास का माहौल बना है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी के राज्य में आने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, सभी को चुनाव लड़ने की इजाजत है, मतदाताओं को वोट देने का अधिकार है। के.सी.आर. को पहले अपने राज्य, पार्टी का ख्याल रखना चाहिए, अपने राज्य के नागरिकों को सुविधाएं देनी चाहिए, हम महाराष्ट्र में सक्षम हैं। श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। राज्य सरकार ने इस बात का ध्यान रखा है कि कोई असुविधा न हो, उन्होंने बताया कि पालक मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, गिरीश महाजन और तानाजी सावंत इस पर लगातार नजर बनाये हुए हैं।