सीबीआई ने आईएएस अनिल रामोद को ८ लाख रु. रिश्वत लेते हुए किया गिरफ्तार
घर से ६ करोड़ों रु. नगद व चल-अचल संपत्ति के कागजात बरामद
विशेष संवाददाता
पुणे : अतिरिक्त आयुक्त अनिल रामोद को आखिरकार सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त उपायुक्त को सीबीआई ने 8 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। सीबीआई ने आज दोपहर पुणे में उनके राजस्व विभाग के कार्यालय पर छापा मारा । उसके बाद अनिल रामोद को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। अनिल रामोद एक IAS अधिकारी हैं। वह राजस्व विभाग में उपायुक्त के पद पर कार्यरत थे।
छह करोड़ की राशि जब्त
तलाशी के दौरान सीबीआई ने अधिकारी के पास से करीब 6 करोड़ रुपये नकद जब्त किए। गिरफ्तार आरोपी का नाम डॉ. अनिल गणपतराव रामोद है. अतिरिक्त मंडल आयुक्त, पुणे मंडल, पुणे (एनएचएआई के लिए पुणे, सतारा और सोलापुर जिलों के लिए मध्यस्थ) के खिलाफ शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था।
14 अचल संपत्ति के दस्तावेज
पुणे में तीन जगहों पर आरोपियों के सरकारी और रिहायशी परिसरों की तलाशी ली गई है। 6 करोड़ (लगभग) रु. उसकी खुद की और परिवार के नाम 14 अचल संपत्तियों समेत संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। जब्ती की कार्रवाई निवेश और बैंक खाते के विवरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों पर आधारित है। गिरफ्तार अभियुक्तों को कल शिवाजीनगर, पुणे (महाराष्ट्र) स्थित सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
सीबीआई ने रंगेहाथ पकड़ा
चार दिन पहले परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी। पूरे दस्तावेजों की जांच के बाद अनिल रामोद को आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते पाया गया। सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा। सीबीआई ने औंध-बनेर इलाके में रितुपर्णा सोसाइटी में अनिल रामोद के बंगले पर भी छापा मारा। सीबीआई द्वारा एक वरिष्ठ अधिकारी की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया। सीबीआई में डीआईजी सुधीर हिरेमठ के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।