हैदराबाद के हिरा व्यापारी की दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर मुंबई में लूट
पौने तीन करोड़ के हिरों और नकदी समेत फरार चार आरोपियों में से दो राजस्थान से गिरफ्तार। अन्य दो आरोपियों की जानकारी जुटाने में जुटी सायन पुलिस
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर चार लोगों ने एक हिरा कारोबारी और उसके कर्मचारी का सायन इलाके से तीन करोड़ रुपये मूल्य के हिरों के आभूषण सहित अपहरण कर लिया। सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस की टीम ने इस मामले में अब तक दो संदिग्धों को राजस्थान से हिरासत में लिया है। आरोपियों के पास से लुटा गया सामान भी बरामद किया गया है। आरोपी व्यापारी और उसके कर्मचारी को इनोवा कार में बैठाकर भिवंडी ले गए और वहां मारपीट कर हीरे के जेवरात एवं नकदी समेत कुल दो करोड़ 62 लाख रुपये का कीमती सामान लूट लिया।
शिकायतकर्ता हरिराम घोटिया – 31 राजस्थान के नागौर जिले का रहने वाला है और वर्तमान में वह हैदराबाद में एक आभूषण डिजाइनर के रूप में काम करता है। घोटिया के साथ उसके मालिक संतोष नरेदी के पास 2 करोड़ 62 लाख रुपये की संपत्ति थी, जिसमें 20 सोने की लगड़, पांच हीरे जड़ित हार, तीन हीरे की बालियां, तीन हीरे के कंगन, दो हीरे की अंगूठी, एक सोने की चेन, दो हजार के 1,350 नोट यानी 27 लाख रुपये नकद शामिल हैं।वे दोनों 31 मई को मुंबई आये थे। अपने सहयोगी प्रशांत चौधरी व मालिक संतोष नरेदी के साथ घोटिया को काम के सिलसिले में बीकेसी जाना था। उसके लिए वे तीनों सायन स्थित डॉ बाबासाहेब अंबेडकर मार्ग के हाईवे अपार्टमेंट बस स्टॉप पर खड़े थे। तभी एक इनोवा कार से चार व्यक्ति वहां आए और अपना पहचान पत्र दिखाते हुए कहा कि वे दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी हैं। उसके बाद घोटिया और उसके मालिक संतोष को अपने साथ आना होगा और आरोपियों ने कहा कि वे दोनों को दिल्ली ले जा रहे हैं। दोनों को एक मोटर वाहन में डालकर भिवंडी ले जाया गया। आरोपी उन्हें सुनसान जगह पर ले गए और घोटिया से जेवर छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर घोटिया को आरोपियों ने पीटा और उसके जेवरात ले लिए। इसके बाद आरोपी घोटिया व संतोष को वहीं छोड़कर कार में फरार हो गए। घोटिया ने इस मामले में सायन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जबरन चोरी, लूट और अपहरण का मामला दर्ज कर आगे की जाँच शुरू कर दी है।
इस मामले में सायन पुलिस की एक टीम राजस्थान रवाना हुई थी, उन्होंने दो संदिग्धों महेंद्र और मनोज को राजस्थान-बीकानेर मार्ग स्थित डेराजसर से गिरफ्तार किया। जानकारी सामने आई है कि इन दोनों ने अन्य दो आरोपियों किशननाथ और अशोक की मदद से इस अपराध को अंजाम दिया है। सूत्रों ने बताया कि मनोज और महेंद्र के पास से एक करोड़ 10 लाख रुपये मूल्य के आभूषण, एक किलो सोना और 18 लाख रुपये जब्त किये गये हैं।