उत्तन में मिली सर कटी महिला के लाश की शिनाख्त, हत्यारों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मृतक अंजलि के चरित्र पर शक के चलते पति और देवर ने किये थे शरीर के दो टुकड़े। मृतक के शरीर पर बने टैटू से 24 घंटे की भीतर पुलिस ने सुलझायी मर्डर मिस्ट्री
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
भायंद : भायंदर स्थित उत्तन के समुद्र तट पर सूटकेस में मिली महिला की लाश की शिनाख्त करने के बाद पुलिस ने महज 24 घंटे में उसकी हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल कर लिया है. महिला का नाम अंजलि सिंह – 23 है। जाँच में हुए खुलासे के अनुसार चरित्र के संदेह के चलते पति और देवर ने उसकी हत्या कर दी थी, दोनों हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार सुबह उत्तन बीच पर सूटकेस में एक महिला की सिर कटी लाश मिली ठगी। उसके शरीर को दो टुकड़ों में काटकर एक सूटकेस में डाल दिया गया था। सर्कल वन पुलिस ने मामले की जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया। पुलिस ने इस हत्या के 24 घंटे के भीतर न सिर्फ मृतक महिला का पता लगाया बल्कि महिला के हत्यारे पति और देवर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। मृतक महिला की पहचान नालासोपारा निवासी अंजलि सिंह – 23 के रूप में हुई है।
तीन साल पहले बिहार में रहते हुए उसकी शादी मिट्ठू सिंह से हुई थी, दोनों का दो साल का एक बेटा भी है। मिट्ठू सिंह काम के सिलसिले में मुंबई आया था और वह नालासोपारा में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने लगा। अंजलि खुले विचारों वाली और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली महिला थीं। इससे मिट्ठू सिंह को उसके चरित्र पर शक था। इस बात को लेकर दोनों के बीच आए दिन कहासुनी भी होती रहती थी। 24 मई की शाम मिट्ठू सिंह ने इसी तरह के विवाद में अंजलि का सिर धड़ से अलग कर दिया। उसके शरीर को ठिकाने लगाने के लिए उसके शरीर को कोयते से दो टुकड़ों में काटकर एक सूटकेस में भर दिया और भाई चुनचुन सिंह की मदद से इस सूटकेस को भायंदर खाड़ी में फेंका दिया। पिछले सात दिनों में, मिंटू अपने बच्चे को रिश्तेदारों को सौंपने के लिए हैदराबाद और फिर नेपाल गया था। सर्कल वन के पुलिस उपायुक्त जयंत बाजबले ने बताया कि उसे दादर रेलवे स्टेशन पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह बच्चे को अपने ससुराल वालों के हवाले करने के बाद नालासोपारा से अपनी पत्नी के गहने लेकर भाग रहा था।
सूटकेस में बंद महिला के शव के हाथ पर टैटू बना था, साथ ही उसे बांधने में उपयोग की गई प्लास्टिक की थैले पर नायगांव का पता लिखा था। इसलिए पुलिस को पहले शक हुआ कि यह महिला नायगांव की रहने वाली है। उसके बाद नायगांव के टैटू आर्टिस्टों से पूछताछ करने पर पता चला कि ये टैटू नायगांव में ही बनवाए गए हैं। साथ ही महिला टैटू आर्टिस्ट के संपर्क में थी क्योंकि वह टैटू उसने उधार में बनवाये थे। इसके अलावा, जैसे ही महिला ने अपने टैटू का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, इससे पुलिस को उसकी पहचान करने में मदद मिली। अपराध शाखा एक के प्रशांत गांगुर्डे, लांडे व उत्तन कोस्टल पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दादाराम करांडे की टीम ने उक्त मामले को सुलझाने में सफलता हासिल किया।