रेलवे निजीकरण के बाद रेलनीर भी निजी कंपनीयों के हाथ
आईआरसीटीसी द्वारा रेलवे स्टेशनों पर बोतलबन्द पानी आपूर्ति की कमी के चलते फिलहाल नौ निजी कंपनीयों को पानी आपूर्ति का ठेका
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई:-इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) रेलवे स्टेशनों और मेल-एक्सप्रेस पर बोतलबंद ‘रेलनीर’ पानी की आपूर्ति करता है। अंबरनाथ स्थित ‘रेलनिर’ कारखाने से ‘रेलनीर’ की आपूर्ति मध्य, पश्चिम रेलवे के मुंबई खंड को की जाती है। हालांकि मांग में बढ़ोतरी के बाद आईआरसीटीसी ‘रेलनीर’ की आपूर्ति करने में विफल रही है। इसलिए सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर रेलवे स्टेशनों के स्टॉल से ‘रेलनीर’ की बोतलें गायब हो गई हैं और रेलवे प्रशासन ने अब नौ निजी कंपनियों को स्टेशनों पर बोतलबंद पानी की आपूर्ति करने की अनुमति दे दी है।
पिछले दो महीनों में ‘रेलनीर’ की मांग बढ़ी है, हालांकि अंबरनाथ स्थित ‘रेलनीर’ कारखाने की सीमित उत्पादन क्षमता के कारण, ‘रेलनिर’ की कमी देखने को मिल रही थी। मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे द्वारा नियुक्त निजी कंपनियों का बोतलबंद पानी रेलवे के हर स्टॉल पर बेचा जा रहा है, ताकि यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर पीने के पानी से वंचित न रहना पड़े।
वर्तमान में अंबरनाथ स्थित कारखाने में प्रतिदिन एक लाख 75 हजार बोतल ‘रेलनीर’ का उत्पादन होता है। इन बोतलों की आपूर्ति वर्तमान में सीएसएमटी से कुर्ला और सेंट्रल रेलवे के एलटीटी टर्मिनस, चर्चगेट से कांदिवली और पश्चिम रेलवे के बांद्रा टर्मिनस तक की जाती है। बाकी स्टेशनों पर नौ निजी कंपनियों का बोतलबंद पानी बेचा जा रहा है। मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि रेल प्रशासन ने नौ निजी कंपनियों को बोतलबंद पानी बेचने की अनुमति दी है और इसके अलावा अन्य कंपनियों का बोतलबंद पानी बेचे जाने पर स्टॉल धारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आईआरसीटीसी वेस्टर्न डिवीजन के ग्रुप जनरल मैनेजर राहुल हिमालयन ने बताया कि ‘रेलनीर’ की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने के कारण मंडल रेल प्रशासन ने नियुक्त निजी कंपनियों को बोतलबंद पानी बेचने की अनुमति दे दी है। मंडल रेलवे मध्य और पश्चिम रेलवे के अधिकांश स्टेशनों को छोड़कर, हार्बर लाइन पर सभी रेलवे स्टेशनों को बोतलबंद पानी उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार हैं। ‘रेलनीर’ को छोड़कर नौ अन्य निजी कंपनियों को 10 जून तक बोतलबंद पानी बेचने की अनुमति दी गई है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे का कहना है कि मौजूदा समय में नौ निजी कंपनियां बोतलबंद पानी बेच रही हैं, क्योंकि ‘रेलनीर’ की आपूर्ति मांग से कम है। यात्री डरें नहीं क्योंकि यह बिक्री रेल प्रशासन की मंजूरी से की जा रही है। जल्द ही ‘रेलनीर’ बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।
आईआरसीटीसी फिलहाल सीएसएमटी से कुर्ला और चर्चगेट से कांदिवली तक ‘रेलनीर’ की आपूर्ति कर पा रहा है। रेलवे प्रशासन द्वारा नियुक्त निजी कंपनियां ही शेष स्टेशनों पर बोतलबंद पानी बेच सकती हैं, पिनाकिन मोरावाला जनसंपर्क अधिकारी आईआरसीटीसी ने बताया।