मैं राज्य की महा गठबंधन सरकार को धोखा नहीं दूंगा, चाहें तो स्टाम्प पेपर पर लिख कर दे सकता हूँ – अजित पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार का बड़ा बयान। भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन भाजपा के चुनाव चिन्ह पर नहीं
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहुत बड़ा अंतर है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जनता फिर से मोदी का समर्थन करेगी।
अजित ने भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ अपने गठबंधन को धोखा न देने की भी बात कही। साथ ही कहा कि वे भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। मैं अपने फैसले को नहीं बदलूंगा, इसे स्टांप पेपर लिखित में देने को तैयार हूं। अजित पवार ने कहा है कि सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में आना चाहिए।
दरअसल शुक्रवार को अजित पवार ने अपने गुट के नेताओं संग मीटिंग की। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता मार्च 2024 में लागू होने की उम्मीद है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को राहुल गांधी ने राकांपा सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की है। दोनों के बीच महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (मवीआ) की सहयोगी पार्टी शिव सेना (युबीटी), कांग्रेस और शरद पवार गुट की राकांपा के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हुई।
सामने आया है कि शरद पवार I.N.D.I.A. अलायंस में पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी और वंचित बहुजन अघाड़ी जैसे छोटे दलों को शामिल करने के पक्ष में हैं। शरद पवार का कहना है कि राज्य में इन दलों की अच्छी पकड़ है।साथ ही पवार ने जल्द से जल्द सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने को कहा है, जिससे लोकसभा चुनाव के लिए संयुक्त रैलियां आयोजित की जा सकें।