केमिकल युक्त पानी से डोंबिवली के नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में
फेज-2 के एक नाली में दिखाई दिया नीले रंग का ज़हरीला रसायन
मनसे ने दी आंदोलन की चेतावनी
आकीब शेख
कल्याण – डोंबिवली एमआईडीसी की औद्योगिक कंपनियों से आए दिन ज़हरीले केमिकल युक्त पदार्थ निकलने से रिहायशी इलाकों के निवासी परेशान है। केमिकल युक्त रासायनिक पदार्थ से आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत भी अक्सर मिलती रही है। ताज़ा घटना मंगलवार को उजागर हुई, जब एमआईडीसी फेज-2 स्थित अभिनव स्कूल के पास नाली में नीले रंग का केमिकल युक्त पानी जमा हो गया। इस ज़हरीले पानी से आसपास के निवासी परिसर में रहने वाले नागरिकों का स्वास्थ्य धोखे में पड़ गया है। केवल आज की घटना ही नहीं बल्कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी है, जिसमें लाल, गुलाबी और हरे रंग का दूषित पानी निवासी परिसरों में देखने को मिला। इन घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रदूषण नियंत्रण मंडल से शिकायत की गई, लेकिन मंडल की तरफ से औद्योगिक कंपनियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
तत्कालीन सीएम ठाकरे ने लगाई थी फटकार-
लॉकडाउन से पहले केमिकल युक्त पानी से एमआईडीसी के निवासी परिसर की सड़कें गुलाबी रंग की हो गई थी। जिसको लेकर स्थानिक नागरिकों ने प्रशासन की आलोचना की थी, जिससे प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी। उस दौरान कल्याण के दौरे पर आए तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रत्यक्ष रूप से दूषित पानी का निरीक्षण कर महापालिका और प्रदूषण बोर्ड को फटकार लगाई थी।
एमएनएस ने दी आंदोलन की चेतावनी-
मंगलवार की घटना को लेकर एमएनएस के विभाग अध्यक्ष संजय चव्हाण ने आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण महामंडल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि औद्योगिक कंपनियां आम जनता की जिनदगी के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो मनसे के कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे।