अशोक चव्हाण औपचारिक रूप से भाजपा में हुए शामिल, पूर्व एलएमसी अमर राजूरकर भी हुए भाजपाई
भाजपा कोटे से राज्यसभा भेजे जाने की उम्मीद। चव्हाण के पार्टी छोड़ने से मराठवाड़ा और विदर्भ में भी कांग्रेस की साख पर मंडराया खतरा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण मंगलवार को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। अशोक चव्हाण और अमर राजूरकर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मंगलवार दोपहर 12.30 बजे भाजपा के मुंबई कार्यालय में अशोक चव्हाण ने औपचारिक रूप से भगवा झंडा थाम लिया। इस दौरान महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बकायदा उन्हें पार्टी में शामिल कराया।
संभावना है कि अशोक चव्हाण को भाजपा राज्यसभा में मौका देगी। दरअसल राज्यसभा चुनाव के लिए आवेदन दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। इसलिए ये एंट्री किसी बड़े नेता की मौजूदगी के बजाय महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं की मौजूदगी में हुई। राजनीतिक सूत्रों की माने तो अशोक चव्हाण अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में एंट्री चाहते थे। हालांकि इसके बावजूद अशोक चव्हाण मंगलवार को पार्टी में शामिल हो गए।
अशोक चव्हाण ने सोमवार सुबह अपनी विधायकी से इस्तीफा देते कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। इस पर बोलते हुए चव्हाण ने कहा था कि उन्हें फैसला लेने में दो दिन लगेंगे। चूंकि राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, इसलिए वो भाजपा में जल्द ही शामिल होंगे। दरअसल भाजपा महाराष्ट्र से तीन लोगों को राज्यसभा भेज सकती है। चर्चा है कि इनमें से एक में अशोक चव्हाण को मौका मिलेगा।
नांदेड़ जिले में अशोक चव्हाण यानी कांग्रेस और कांग्रेस यानी अशोक चव्हाण का समीकरण था। इसलिए संभव है कि अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने से नांदेड़ जिले में कांग्रेस के अस्तित्व पर भी गहरा असर पड़ सकता है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के पार्टी चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई। चूंकि अशोक चव्हाण के पास पार्टी की कई जिम्मेदारियां हैं,इसलिए फिलहाल पार्टी चुनाव को रोक दिया गया है। अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद देखना होगा कि कांग्रेस विदर्भ और मराठवाड़ा में डैमेज कंट्रोल करने में कामयाब हो पाती है या नहीं।