महाविकास आघाड़ी ही नहीं महायुति में भी लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर फंसा पेंच 

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महाविकास आघाड़ी ही नहीं महायुति में भी लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर फंसा पेंच 

भाजपा पिछली बार की 25 सीटों के अलावा शिवसेना द्वारा जीती गई अन्य 6 सीटों पर भी नजरें जमाये हुए है। जबकि इन्ही सीटों पर अजित पवार और शिंदे भी दावेदारी चाहते हैं 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – महाराष्ट्र में मौजूदा समय में में दो गठबंधन हैं, एक विपक्ष का जिसमें कांग्रेस, राकांपा शरद पवार गुट और शिवसेना उद्धव गुट शामिल हैं और दूसरा भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और तीसरा राकांपा अजित पवार गुट। हालांकि दोनों ही धड़ों में एक समानता दिख रही है और वह है लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर। अंतर केवल इतना ही है कि सत्ताधारी दलों में खिंचतान पर्दे के पीछे है, और विपक्ष में सीट शेयरिंग फार्मूले पर तकरार सार्वजानिक तौर पर दिखाई दे रही है।

सत्ताधारी गठबंधन में भाजपा 2019 के मुकाबले उससे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, यानी भाजपा पिछली बार की 25 सीटों से भी ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है, जिसकी वजह से भाजपा की निगाह शिवसेना शिंदे गुट की कुछ सीटों पर है। एक ओर जहां शिंदे गुट की ओर से दावा किया जा रहा है कि तीनों दल उन्ही सीटों पर चुनाव लड़ेंगे जहां उन्होंने 2019 का चुनाव लड़ा था, जबकि भाजपा और अजित पवार की राकांपा ने साफ कर दिया है कि सीट शेयरिंग फार्मूले पर अभी कोई बात नहीं बनी है। भाजपा कम से कम उन 6 सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रही है जिनपर पिछली बार अविभाजित शिवसेना ने जीत हासिल की थीं, जिनमें दक्षिण मुंबई की एक सीट शामिल है।

बता दें की राज्य की कई ऐसी सीटें हैं जिनपर भाजपा, शिवसेना और राकांपा की नजरें टिकी हुईं हैं। ऐसे में महायुति में सीट बंटवारे को लेकर तकरार मची हुईं है। उदाहरण के तौर पर नजर डालें तो राज्य की मावल लोकसभा सीट जहां 2019 में शिवसेना के श्रीरंग बार्ने ने राकांपा नेता अजित पवार के बेटे पार्थ पवार को हराकर बड़ी जीत हासिल की थीं। अब शिंदे गुट में शामिल हुए बार्ने को पुनः इसी सीट से उम्मीदवारी मिलने की उम्मीद है। हालांकि राकांपा और भाजपा दोनों ही दल स्थानीय स्तर पर अपना दावा कर दबाव बनाने में जुटे हैं।

राकांपा शरद पवार गुट के सांसद अमोल कोल्हे फिर से शिरूर सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि इस सीट पर शिंदे गुट और अजित पवार गुट चुनाव लड़ने को बेकरार हैं। शिंदे गुट के शिरूर से पूर्व सांसद शिवाजीराव पाटिल जिन्हे कोल्हे ने 2019 में हराया था चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि पाटिल ने राकांपा अजित पवार गुट को ऑफर दिया है कि यदि उन्हें इस सीट से उम्मीदवारी दी जाती है तो वे राकांपा में शामिल होने को तैयार हैं।

इसी तरह अजित पवार गुट सातारा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है जहां शरद पवार गुट के वर्तमान सांसद श्रीनिवास पाटिल ने भाजपा के उदयनराजे भोसले को 2019 में मात दी थीं। इसी सीट पर भाजपा की भी निगाहें टिकी हुईं हैं।

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