राम मंदिर के बाद अयोध्या में मस्जिद बनाने की तैयारी, मुंबई टीम को सौंपा गया जिम्मा
मई 2024 से शुरू होगा निर्माण कार्य, 40 हजार वर्ग फूट में होगा निर्माण। मस्जिद के साथ ही बनेगा पुस्तकालय, अस्पताल और सामुदायिक रसोई
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर मुसलमानों को अयोध्या के धन्नीपुर में दी गई जमीन पर मस्जिद का निर्माण अगले साल मई से शुरू होने की संभावना है। मस्जिद के निर्माण की जिम्मेदारी मुंबई की टीम को दी गई है। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष हाजी अराफात शेख को मस्जिद की निर्माण समिति का प्रमुख बनाया गया है।
मस्जिद का निर्माण कर रहे ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट’ के मुख्य ट्रस्टी और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारूकी ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी।
जफर फारूकी ने कहा कि हाजी अराफात शेख को मस्जिद विकास समिति का अध्यक्ष नामित करने का मुख्य उद्देश्य मस्जिद के निर्माण को गंभीरता से पूरा करना है। हमने उन्हें अपने ट्रस्ट का सलाहकार भी बनाया है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के एवज में बनने वाली मस्जिद का नाम ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह अयोध्या मस्जिद’ रखा गया है। उम्मीद है कि अगले साल मई में इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट ने मस्जिद का नए सिरे से डिजाइन तैयार कराया है और अब यह मस्जिद 15 हजार वर्ग फुट के बजाय करीब 40 हजार वर्ग फुट में बनाई जाएगी। सरकार द्वारा दी गई जमीन पर बन रही इस मस्जिद के साथ-साथ एक अस्पताल, पुस्तकालय, सामुदायिक रसोई और एक संग्रहालय का निर्माण कराया जाएगा, लेकिन सबसे पहले मस्जिद ही बनाई जाएगी।