ससुराल वालों से तंग बहु ने पुरे परिवार को दिया स्लो पॉइजन 

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ससुराल वालों से तंग बहु ने पुरे परिवार को दिया स्लो पॉइजन 

परिवार के पांच सदस्यों की मौत, तीन अस्पताल में भर्ती। पुलिस ने परिवार की बहु और उसकी महिला मित्र को किया गिरफ्तार 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – महाराष्ट्र के गडचिरोली में एक महीने के अंदर एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को घर की बहू और एक महिला रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है। दोनों पिछले एक महीने से सभी को खाने-पीने की चीजों में स्लो पॉइजन दे रही थीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी महिलाएं संघमित्रा कुम्भारे -22 और रोजा रमटेके -36 हैं। मृतकों की पहचान संघमित्रा के पति रोशन कुम्भारे, शंकर कुम्भारे (ससुर), विजया (सास), कोमल (ननद) और वर्षा उराडे (सास की बहन) के रूप में की गई है।

पुलिस ने बताया कि अकोला की रहने वाली संघमित्रा का रोशन के साथ प्रेम-प्रंसग था। संघमित्रा के घरवाले दोनों के रिश्ते के खिलाफ थे। दिसंबर 2022 में संघमित्रा ने घर से भागकर रोशन से शादी कर ली। शादी के बाद संघमित्रा गडचिरोली में अपने ससुरालवालों के साथ रहने लगी। हालांकि रोशन उसके साथ मारपीट करने लगा। उसके घरवाले भी संघमित्रा के साथ बुरा व्यवहार करते थे, इससे संघमित्रा परेशान रहने लगी।

संघमित्रा के पिता को जब इसके बारे में पता चला तो उन्होंने अप्रैल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दो महीने पहले रक्षाबंधन पर संघमित्रा ने मायके जाने की जिद की, लेकिन पति और ससुरालवालों ने इजाजत नहीं दी। इस दौरान रोशन ने पत्नी से मारपीट भी की। पुलिस ने बताया कि लड़ाई-झगड़े के बाद संघमित्रा रो रही थी। इस दौरान विजया की भाभी रोजा उसे सांत्वना देने के लिए आई।

रोजा और विजया के बीच पैतृक संपत्ति को लेकर सालों से विवाद चल रहा था। विजया अपनी चार बहनें और एक भाई के बीच पिता की चार एकड़ जमीन का बराबर बंटवारा चाहती थी। जबकि, रोजा पूरी जायदाद पर अपने पति का अधिकार चाहती थी।संघमित्रा ने रोजा को बताया कि वह अपने ससुरालवालों को मारना चाहती है। रोजा ने मौके का फायदा उठाया। उसने संघमित्रा से कहा कि वह उसकी मदद करेगी।

इसके बाद दोनों ने कुम्भारे परिवार की हत्या की साजिश रची। उन्होंने गूगल पर लोगों को मारने के अलग-अलग तरीके सर्च किए। इस दौरान उन्हें थैलियम जहर के बारे में पता चला, जिसे खाने के बाद धीरे-धीरे इंसान बीमार पड़ता है, फिर उसकी मौत हो जाती है। जांच के दौरान इंसान के शरीर में थैलियम का पता लगाना भी मुश्किल होता है।

रोजा और संघमित्रा ने तेलंगाना से थैलियम मंगवाया। दोनों ने 20 सितंबर को सबसे पहले रोशन के पिता शंकर और उसकी मां विजया को खाने में जहर दिया। तबीयत बिगड़ने पर दोनों को अहेरी के अस्पताल में भर्ती किया गया। हालत बिगड़ने पर नागपुर में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी बीमारी का पता नहीं लगा सके। 26 और 27 सितंबर को दोनों की मौत हो गई। फिर 8 अक्टूबर को कोमल, 14 अक्टूबर को वर्षा और 15 अक्टूबर को रोशन ने भी दम तोड़ दिया।

पुलिस ने बताया कि कार में रखे पानी में भी जहर था, जिसे पीने से कुम्भारे परिवार का ड्राइवर राकेश मंडावी भी बीमार पड़ गया था। वहीं मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए दो रिश्तेदारों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिलहाल तीनों खतरे से बाहर हैं।

डॉक्टर्स ने बताया कि सभी मरने वाले और बीमार पड़ने वाले लोगों में एक जैसे लक्षण थे। सभी ने शरीर में झुनझुनी, पीठ के निचले हिस्से और सिर में तेज दर्द की शिकायत की थी। मृतकों के होंठ काले पड़ गए थे। इससे सभी को जहर देने की आशंका जताई गई।

इसके बाद पुलिस को रोशन की पत्नी संघमित्रा पर शक हुआ, क्योंकि परिवार में वह इकलौती सदस्य थी, जो बिल्कुल ठीक थी। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी। संघमित्रा ने रोजा के नाम का भी खुलासा किया, पुलिस को इस घटना में और लोगों के शामिल होने की आशंका है।

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