रेल यात्रियों के लिए और सुविधाजनक होगा एलटीटी में प्रवेश और निकास
रेल प्रशासन ने तैयार की पुनर्विकास योजना, रेल यात्रियों के लिए पश्चिम के साथ-साथ पूर्व से भी टर्मिनस में प्रवेश और निकास संभव और सुविधाजनक हो सकेगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मध्य रेलवे द्वारा लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) से आम यात्रियों की आवाजाही को आसान और प्रशस्त बनाने के लिए गतिविधियां शुरू कर दी गयी हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा एलटीटी पुनर्विकास योजना तैयार की गई है, योजना के मुताबिक रेल यात्रियों के लिए पश्चिम के साथ-साथ पूर्व से भी टर्मिनस में प्रवेश और निकास संभव हो सकेगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) पर मेल-एक्सप्रेस संचालन को सुव्यवस्थित करने के साथ-साथ देश के उत्तर और दक्षिण अंचल में ट्रेनों के संचालन में तेजी लाने के लिए वर्ष 1991 में एलटीटी की स्थापना की गई थी। टर्मिनस क्षेत्र कुल दो एकड़ परिसर में फैला हुआ है। आमतौर पर रेलवे स्टेशनों और रेलवे टर्मिनलों पर पूर्व और पश्चिम दोनों दिशाओं में यात्रियों की आवाजाही की सुविधा होती है। लेकिन एलटीटी को यह सुविधा केवल पूर्व दिशा से ही प्राप्त थी। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि सभी प्लेटफार्मों को जोड़ने वाला एक पैदल यात्री पुल और पश्चिम से यात्री यातायात को संभालने के लिए एस्केलेटर की स्थापना को एलटीटी पुनर्विकास योजना में शामिल किया गया है।
दो पुनर्विकास परियोजनाओं की योजना बनाई गई है, पैदल यात्रियों के लिए कुर्ला पश्चिम से एलटीटी तक सभी प्लेटफार्मों को जोड़ने वाला एक पैदल यात्री पुल और वाहन चालकों के लिए एक फ्लाईओवर। इन योजनाओं को रेलवे बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि एक बार व्यवहार्य योजना को मंजूरी मिलने के बाद, निविदा प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और वास्तविक काम शुरू हो जाएगा। वर्तमान में वाहन चालक सड़क मार्ग से स्टेशन तक पहुंचने के लिए सांताक्रूज़-चेंबूर लिंक रोड (एससीएलआर) का उपयोग करते हैं। यदि रेल यात्रियों के लिए पश्चिम से प्रवेश का विकल्प खोला जाता है, तो इससे एससीएलआर पर यातायात की भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी।
एलटीटी में मौजूदा पांच प्लेटफार्म हैं,तीन और प्लेटफॉर्म विस्तार की योजना है। नये प्लेटफार्म से नये रूट पर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जायेगा। यह विकल्प पूर्व दिशा में एक दिशा में भीड़ से बचने के लिए है। वर्तमान में टर्मिनस से 56 ट्रेनों में लगभग 60 हजार यात्रियों का आवागमन संचालित होता है। यात्रियों के लिए स्टेशन का क्षेत्रफल 25 हजार वर्ग मीटर है।
फिलहाल टर्मिनस के बाहर रिक्शा चालकों की कतार लगी रहती है। सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देते हुए बसों, निजी वाहनों, रिक्शा/टैक्सी के लिए अलग लेन बनाने की योजना है। रेलवे बोर्ड की स्टेशन/टर्मिनस पुनर्विकास नीति के अनुसार, नए निर्माणों में प्राकृतिक वेंटिलेशन प्रदान करने के निर्देश हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इसे एलटीटी में बनने वाले कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में शामिल किया जाएगा।