क्या फिर से बढ़ सकती हैं संजय राऊत की मुश्किलें?
जांच की आंच संजय राऊत के घर पहुंची। भाई संदीप राऊत को आर्थिक अपराध शाखा का समन, आज पेश होने का निर्देश
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शिवसेना से अलग होने के बाद से ही पिछले कुछ दिनों से शिवसेना के ठाकरे गुट की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जांच एजेंसियां लगातार ठाकरे गुट के नेताओं की जांच कर रही हैं। अब यह जांच ठाकरे गुट के फायर ब्रांड सांसद संजय राउत के परिवार तक पहुंच गई है। आर्थिक अपराध शाखा की ओर से संजय राऊत के छोटे भाई को समन जारी किया गया है, इससे ठाकरे गुट काफ़ी चिंतित है।
ठाकरे गुट की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद ठाकरे सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया गया था। गोरेगांव पत्राचॉल घोटाला मामले में गिरफ्तारी के बाद राउत तीन महीने तक जेल में रहे, फिलहाल वे जमानत पर हैं।
इसके बाद संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। सुजीत पाटकर को कोविड सेंटर घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस बीच युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण से भी पूछताछ की गई, अब जांच संजय राउत के घर तक पहुंच गई है।
संजय राउत के छोटे भाई को वित्तीय अपराध शाखा की ओर से समन भेजा गया है, जिसमें उन्हें आज 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। आर्थिक अपराध शाखा ने संजय जानकारी सामने आई है कि यह नोटिस खिड़ची घोटाला मामले में भेजा गया है।
कोरोना काल में हुए कोविड घोटाले की जांच वित्तीय अपराध शाखा द्वारा शुरू की गयी है। इस मामले में ठाकरे गुट के नेता अमोल कीर्तिकर के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसके अलावा इस मामले में आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण का भी बयान दर्ज किया गया है। लेकिन अब इस मामले की जांच ठाकरे गुट के नेता संजय राउत के परिवार तक पहुंचती दिख रही है। हालांकि इस मामले में संदीप राउत की सटीक भूमिका समझ में नहीं आ रही है। लेकिन यह आरोप लगाया गया है कि राजनीतिक रसूख और शक्ति का उपयोग करके अनुबंध दिया गया था। अब आर्थिक अपराध शाखा की जांच में क्या जानकारी सामने आती है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।