भाजपा कितनी भी कोशिश कर लें, उन्हें जनता की ओर से कोई सकारात्मक रिस्पॉन्स नहीं मिलने वाला है – सचिन अहिर
वर्ली में दहीहंडी आयोजन को लेकर भाजपा पर उद्धव गुट के विधायक ने साधा निशाना। कहा राजनितिक फायदे के लिए त्योहारों का आयोजन दुर्भाग्यपूर्ण
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मुंबईकरों में दाहिहंडी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है, मुंबईकारों का पसंदीदा त्योहार दही हांडी बस कुछ ही दिन दूर है, फिलहाल इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। एक तरफ गोविंदा की टीमें दही हांडी का अभ्यास कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां दहीहंडी आयोजन को लेकर मैदान में उतर चुकी हैं। आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में इस बार की दही हांडी ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई के वर्ली स्थित जंबूरी मैदान में बदलाव की दृष्टि से दहीहंडी का आयोजन किया है। भाजपा ने पिछले साल भी इस हांडी का आयोजन किया था। दरअसल मुंबई में शिवसेना और मनसे पार्टियां और उनके नेता बड़ी-बड़ी दहीहांडी आयोजित करते हैं। लेकिन पिछले साल से भाजपा नेताओं ने भी बड़ी तैयारी के साथ दही हांडी के मैदान में कदम रखा है। इसलिए कहा जा रहा है कि भाजपा ने दहीहंडी उत्सव को हाईजैक कर लिया है। विधान परिषद में शिवसेना ठाकरे गुट के विधायक सचिन अहीर ने इसे लेकर भाजपा पर टिप्पणी की है।
सचिन अहीर ने कहा है कि हमने दही हांडी का फैसला किया था, लेकिन भाजपा परिवर्तन करने जा रही है। मुझे नहीं लगता कि ये भाजपा के लोग हमारी हंडी की बराबरी कर सकते हैं, हालाँकि उन्हें हमारी शुभकामनाएँ। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दही हांडी का आयोजन राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि भाजपा को हलफनामे पर लिखना चाहिए कि अगले पांच से 10 वर्षों तक हम ऐसी दहीहंडी की योजना करेंगे। जब चुनाव आते हैं तो भाजपा इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करती है, लेकिन चुनाव मे बाद वे शांत बैठ जाते हैं और कहीं किसी कार्यक्रम में दिखाई नहीं पड़ते।
सचिन अहीर ने मिडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी ने वर्ली नाका में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए फिर वे कहां गए? यह कार्यक्रम क्यों रोका गया? एक प्रश्न उठता है। इस पर अहीर से पूछा गया कि क्या भाजपा वर्लीकरों को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रही है? इसके जवाब में सचिन अहीर ने कहा कि चाहे वह कितनी भी कोशिश कर ले, उनकी गागर खाली ही रहेगी। क्योंकि भाजपा ऐसे कितने भी कार्यक्रम आयोजित कर लें फिर भी उन्हें आम जनता का रिस्पॉन्स नहीं मिलता है।
विधायक सचिन अहीर ने कहा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद वर्ली विधानसभा क्षेत्र में आये थे, उन्होंने कोली समुदाय को अपनी तरफ करने की कोशिश की। लेकिन मुझे यह बताने की जरूरत नहीं है कि उनके कार्यक्रम में कितनी कुर्सियां खाली थीं। लोगों को अपनी ओर मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। दहीहंडी के जरिए यह राजनीतिक प्रयास चल रहा है जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।