ठाणे में राकांपा विरुद्ध राकांपा की राजनीती गर्मायी
शरद पवार गुट ने आव्हाड़ के नेतृत्व में छगन भुजबल का पुतला जलाकर जताया विरोध, तो अजित पवार गुट ने आव्हाड़ का फूंका पुतला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – राकांपा सुप्रीमो शरद पवार गुट के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्य के मंत्री छगन भुजबल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला जलाया। इसका जवाब अजित पवार गुट ने राकांपा के राष्ट्रीय महासचिव जीतेंद्र आव्हाड़ का पुतला जलाकर दिया। ऐसे में अब यह देखा जा रहा है कि राजनीती से परे अब राकांपा के दोनों गुटों में आपसी वैमनस्व बढ़ने के चलते दोनों गुट आक्रामक हो गए हैं।
बीड में हुई अजित पवार गुट की बैठक में मंत्री छगन भुजबल ने शरद पवार की आलोचना करते हुए कहा था कि साहब कहते हैं, मुझसे गलती हो गई, मैं माफी मांगता हूं। लेकिन आप किस – किस से माफ़ी मांगोगे, सबने हस्ताक्षर कर दिए हैं। अगर आप माफी मांगना ही चाहते हैं तो आपको 54 विधानसभाओं में जाकर माफी मांगनी होगी। इसका असर सोमवार को ठाणे में देखने को मिला। राकांपा शरद पवार गुट के राष्ट्रीय महासचिव जीतेंद्र आव्हाड़ के मार्गदर्शन में और जिला अध्यक्ष सुहास देसाई,महिला अध्यक्ष सुजाताताई घाग के नेतृत्व में राकांपा पार्टी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने छगन भुजबल को गद्दार बताया और उनका पुतला जलाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं की ओर से भुजबल के खिलाफ विरोध की घोषणा की गयी। शरद पवार भुजबल से बहुत प्यार करते थे,जेल से रिहा होने के बाद भी भुजबल को शरद पवार ने मंत्री पद दिया था। शरद पवार से सब कुछ पाने के बाद यदि छगन भुजबल उन्हें धोखा देंगे और निचले स्तर की राजनीती करते हुए उनपर कीचड़ उछालेंगे तो हम इसे कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। आप हमारे ही श्रद्धेय शरद पवार की तस्वीरें इस्तेमाल करेंगे और उनका ही अपमान भी करेंगे तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। देसाई ने यह भी चेतावनी दी कि हम भुजबल की इन हरकतों का आगे भी मुंहतोड़ जवाब देंगे।
शरद पवार गुट के इस आंदोलन पर अजित पवार गुट के ठाणे जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे ने प्रतिक्रिया देते हुए कार्यकर्ताओं के साथ ठाणे महानगर पालिका कार्यालय के सामने विधायक जितेंद्र आव्हाड़ का पुतला फूंका। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने जितेंद्र आव्हाड़ मुर्दाबाद, छगन भुजबल जिंदाबाद, एकच वादा, अजित दादा जैसे नारे दिये। आनंद परांजपे ने कहा कि हमारे और बहुजन नेता छगन भुजबल ने कुछ कथित बयान दिया और जितेंद्र अव्हाड ने उनका प्रतीकात्मक पुतला जलाया, उन्हें गद्दार कहा। मूल रूप से गद्दार कौन है, यह बताने के लिए ही कार्यकर्ताओं ने जितेंद्र आव्हाड़ का पुतला जलाकर इसका जवाब दिया और आगे से उन्हें उसी के अनुरूप जवाब दिया जाएगा। इस दौरान परांजपे ने इस बात की भी टिप्पणी करते हुए कहा कि आव्हाड़ के ठाणे और येउर स्थित बंगलों में क्या कारोबार चल रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए।