शरद पवार केंद्रीय कृषि मंत्री बनेंगे या नीति आयोग का अध्यक्ष? चाचा – भतीजे की गुप्त बैठक पर चर्चाओं का बाजार गर्म
संजय राऊत का अजित पवार को दो टूक जवाब। कहा शरद पवार को ऑफर दे सकें अभी इतने बड़े नहीं हुए अजित पवार
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – शनिवार को पुणे के एक व्यवसायी मे घर शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की हुईं गुप्त बैठक को लेकर अब यह खबर आ रही है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा के साथ एक ‘गुप्त’ बैठक में यह प्रस्ताव रखा है कि अगर शरद पवार भाजपा में शामिल होते हैं तो उन्हें केंद्र में कृषि मंत्री या नीति आयोग का अध्यक्ष का पद देने की तैयारी है। इस पर शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के सांसद संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अजित पवार कब इतने बड़े हो गये की अब वे शरद पवार को केंद्रीय मंत्रिपद की ऑफर दे रहे हैं?
पवार परिवार बड़ा है, मुझे इसके बारे में ज्यादा नहीं कहना चाहिए। लेकिन हम इसका राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ने देंगे। महा विकास अघाड़ी मजबूती से खड़ी है। राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना पार्टियां एक साथ हैं और रहेंगी। वे महाविकास अघाड़ी और I. N. D. I. A. अलायंस में भी बने रहेंगे। संजय राउत ने कहा अजित पवार की राजनीति उनके साथ है और हम साथ हैं।
मुझे अजित पवार के शरद पवार को ऑफर के बारे में कुछ नहीं पता। लेकिन अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं हैं कि वह शरद पवार को ऑफर दे सकें। अजित पवार को शरद पवार बनाया है , पवार साहब को अजित पवार ने नहीं बनाया। राऊत ने कहा कि साठ साल से अधिक समय से संसदीय राजनीति में हैं। चार बार मुख्यमंत्री और कई बार केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उनका कद बहुत बड़ा है। अजित पवार, हसन मुश्रीफ तो पवार के जूनियर हैं। क्या राजनीति में ऐसा कभी होता है?
महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से शरद पवार और अजित पवार के चाचा-भतीजे की ‘गुप्त’ मुलाकात की खूब चर्चा हो रही है। अजित पवार ने उन खबरों का खंडन किया कि वह गुपचुप तरीके से मिलने गए थे और कहा कि यह पारिवारिक मुलाकात थी। लेकिन कुल मिलाकर इस मुलाकात से महाविकास अघाड़ी और राज्य की राजनीति में असमंजस की तस्वीर दिख रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चाचा-भतीजे की इस गुप्त मुलाकात को लेकर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने सनसनीखेज दावा किया है। अजित पवार ने शरद पवार को दो ऑफर दिए जिसमें यदि शरद पवार भाजपा में शामिल होते हैं तो भाजपा उन्हें केंद्र में कृषि मंत्री या नीति आयोग के अध्यक्ष का पद देने को तैयार है। अजित पवार ने शरद पवार को यह भी प्रस्ताव दिया कि जयंत पाटिल और सुप्रिया सुले दोनों को क्रमशः राज्य और केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। लेकिन शरद पवार ने इन दोनों प्रस्तावों को खारिज कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि शरद पवार ने साफ संदेश दे दिया है कि वह किसी भी हालत में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।